रांची के उपायुक्त श्री छवि रंजन ने गुरुवार को रिम्स स्थित प्लाज़मा डोनेशन कैंप का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्लाजमा डोनेशन के लिए पहुंचे एक डोनर से मुलाकात कर उन्हें प्रशस्ति पत्र तथा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्लाज़मा डोनेशन कैंप का दौरा करते हुए उपायुक्त श्री छवि रंजन ने वहां उपस्थित अधिकारियों से पूरी स्थिति का जायजा लिया। मोरहाबादी के रहने वाले डोनर विनोद कुमार का उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने कहा, “न सिर्फ जिला प्रशासन बल्कि पूरी रांची को आप के ऊपर गर्व है। आप जैसे लोग जब तक हैं तब तक हमें कोरोना से लड़ने की ताकत मिलती रहेगी।”डोनर विनोद कुमार ने उपायुक्त को आश्वस्त करते हुए कहा कि, “मैं यहां दूसरी बार स्वेच्छा से प्लाजमा डोनेट करने के लिए आया हूं। अगर जरूरत पड़ी तो मैं तीसरी बार भी आऊंगा।”
इससे पहले उपायुक्त, श्री छवि रंजन ने बुधवार देर रात प्लाजमा डोनेट करने रिम्स पहुंचे रांची पुलिस के जवान, लल्लू कुमार यादव से फोन पर बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन किया। साथ ही, उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि, “आपने बहुत ही अच्छा काम किया है। आपके प्लाजमा डोनेशन की वजह से किसी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। धन्यवाद, हमें आप पर गर्व है।”
गौरतलब है कि कोविड-19के मरीजों के इलाज हेतु रिम्स रांची में प्लाज़मा थेरेपी की शुरुआत की गई है। इसी के तहत रांची जिला प्रशासन एवं रिम्स द्वारा संयुक्त प्रयास से “प्रतिरक्षक: The Saviour” नाम से प्लाज्मा डोनेशन अभियान चलाया जा रहा है। इसमें कोविड-19 से ठीक हो चुके मरीजों को प्लाज़मा डोनेशन के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उपायुक्त ने आमजनों से अपील करते हुए कहा कि प्लाजमा डोनेशन एक प्रकार का रक्तदान ही है। इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा- “मैं कोविड-19 से ठीक होने के बाद दो बार प्लाजमा दान कर चुका हूं। आप सभी जो कोई भी प्लाजमा दान करना चाहते हैं, कृपया रिम्स स्थित कैंप में आएं। यहां किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। इसके अतिरिक्त आमजनों के बैठने एवं इंतज़ार करने की समुचित साफ-सुथरी व्यवस्था की गई है।” श्री रंजन ने अपील करते हुए कहा कि कम से कम 28 दिन या अधिकतम 60 दिन पहले कोविड-19 से ठीक हो चुके लोग प्लाजमा डोनेट करें। उन्होंने उदाहरण के लिए बताया कि रांची पुलिस सहित सीआईएसफ, जगुआर के जवानों सहित कई लोगों ने प्लाजमा डोनेट किया है और कर रहे हैं। इसमें किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। साथ ही, एक बार डोनेट करने के 15 दिनों के बाद आप फिर से प्लाजमा डोनेट कर सकते हैं।
वहीं बुधवार को रांची उपायुक्त ने शहर के कई सामाजिक संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सभी से आमजनों को प्लाजमा डोनेशन करने हेतु प्रेरित करने की अपील की थी। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमितों के प्लाज्मा थेरेपी हेतु प्लाजमा डोनेशन की आवश्यकता होती है। यह प्लाज्मा दान उन लोगों से स्वैच्छिक रूप से लिया जा रहा है जो कोरोना से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त उपायुक्त के निदेशानुसार जल्द ही एक प्लाजमा मैनेजमेंट पोर्टल की भी शुरुआत की जाएगी।