चास औऱ इसके आस पास के क्षेत्रों में तकरीबन 30 करोड़ रूपये से अधिक का बिजली बिल बकाया है। बकायदारों की सूची में शहर के घरेलू उपभोक्ता समेत कई व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। साथ ही बड़े बकायदारों में विभिन्न सरकारी विभागों के भी नाम हैं। बिजली विभाग सरकारी विभागों से बकाया राशि वसूलने की तैयारी में है ।
बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार टुडू के अनुसार सभी बकायेदारों को विभाग की ओर से नोटिस भेजा जा रहा है जिसमे ये साफ़ तौर पे लिखा है की बकायेदारों को एक हफ्ते के भीतर बकाया राशि का भुगतान करना होगा और ऐसा नहीं करने पर सम्बंधित उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट दिया जाएगा जिसके बाद आगे की कार्यवाही होगी।
हालांकि उपभोक्ताओं को राहत देते हुए ये तय किया गया है कि शहर के बड़े बकायेदार अब किश्तों में बकाया राशि जमा कर सकेंगे। इसके लिए उपभोक्ताओं को अधिकृत विभाग के पदाधिकारी से स्वीकृति लेनी पड़ेगी जिसमे बिल के अनुसार किश्त कराया जा सकेगा। विभाग के कार्यपालक अभियंता की मानें तो विभाग को पूरी तरह दुरुस्त व आत्मनिर्भर बनाने के लिए बिल सेक्शन को सुव्यवस्थित किया जा रहा है। बकाया राशि को ले कर विभाग को आए दिन कठिनायों का सामना करना पड़ता है। अगर उपभोक्ता स्वयं ही इस और पहल करें तो डिवीज़न पर सरप्लस बिजली की व्यवस्था की जा सकेगी।
बिजली विभाग की इस दुर्दशा के पीछे कहीं न कहीं निजी व सरकारी संस्थान भी शामिल हैं। प्राइवेट संस्थानों से तो बिल की वसूली हो जाती है लेकिन सरकारी संस्थानों में मामला वर्षों से लंबित है। इन संस्थानों की सूची में सीआरपीएफ, तेलमच्चो जलपूर्ति योजना, चास प्रखंड कार्यालय, चास नगर निगम, अनुमंडलीय अस्पताल चास, मंडलकारा चास, वन विभाग, एसडीओ कार्यालय, बालसुधार गृह, बाजार समिति, आरईओ विभाग, एसडीओ सिकिल समेत अन्य शामिल हैं। इस बारे में कार्यपालक अभियंता का कहना है की कुछ विभागों की ओर से बकाया राशि भुगतान को ले कर पहल की गयी है।