रांची के पार्कों में अब एंट्री के लिए आपको किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होगा| आमलोगों की इंट्री अब फ्री की जा रही है। इसे लेकर रांची नगर निगम तैयारी कर रही है। जनवरी महीने में होने वाली निगम बोर्ड की बैठक में इसपर प्रस्ताव लाया जा रहा है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इसे शहर के सभी पार्कों में लागू कर दिया जाएगा।
डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने इस संबंध में बातचीत करते हुए बताया कि पूर्व में बोर्ड की बैठक में उक्त विषय पर प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन उसपर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका था। ऐसे में एक बार फिर बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव को लाकर उस पर विचार-विमर्श किया जाएगा तथा मंजूरी मिलने के बाद उसे शहर में लागू कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि, वर्तमान में दिल्ली नगर निगम के पार्कों में फ्री-एंट्री है।
कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र लगे लॉकडाउन से ही शहर के सभी पार्क बंद पड़े हुए हैं। राज्य सरकार की ओर से अब तक पार्क खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि जनवरी महीने में सरकार सभी पार्कों को खोलने की अनुमति भी दे सकती है। रांची शहर में छोटे-बड़े मिलाकर दो दर्जन से भी अधिक पार्क हैं।
पार्कों के संचालन के लिए होगी नई व्यवस्था..
पार्कों के संचालन लिए नई व्यवस्था लागू करने की भी योजना है| इसके लिए स्वयंसेवी संस्था व एनजीओ की सहायता ली जाएगी। इसके तहत अगर कोई स्वयंसेवी संस्था, एनजीओ व सामाजिक संस्था, पार्क संचालन का जिम्मा लेने के लिए आगे आएगी, तो निगम उसे हर माह एक निर्धारित राशि देगी। इसके अलावा पार्क के मेंटेनेंस में अगर कोई अतिरिक्त राशि लगती है तो उसे संबंधित संस्था को ही खर्च करना होगा। वैसे पार्क का सौंदर्यीकरण करने वाली संस्था को निगम की ओऱ से पार्क में अपना प्रचार-प्रसार के लिए बोर्ड लगवाने की छूट जी जाएगी। वर्तमान में नई दिल्ली में ये व्यवस्था कारगर रूप से काम कर रही है। इसी को देखते हुए निगम ने इसे रांची में भी लागू करने का फैसला किया है।
क्या है शहर के पार्कों की स्थिति..
- शहर में रांची नगर निगम के कुल 12 पार्क हैं। इसके अलावा वन विभाग और आरआरडीए के पार्क है। वहीं दो और पार्क बनकर तैयार हैं।
- निगम को इन पार्कों से सालाना 30 लाख के करीब आमदनी होती है।
- एक पार्क में रोजाना औसतन 400 से 500 लोग आते हैं।
- छुट्टी वाले दिन या वीकेंड पर पार्क आने वालों की संख्या 1000 से 1200 तक पहुंच जाती है।