रांची के मोरहाबादी मैदान में जेटेट, पंचायत सचिव और झारखंड सहस्त्र पुलिस बल के अभ्यर्थियों के अनिश्चितकालीन आंदोलन के दौरान सोमवार को आंदोलकारियों के समर्थन में देवेन्द्र नाथ महतो और तीर्थ नाथ आकाश ने एक दिन का अनशन किया| उनका कहना है कि लंबे समय से चल रहे युवाओं के इस आंदोलन के बावजूद सरकार की ओर से सकारात्मक वार्ता नहीं की गई| इनलोगों ने अपनी मांगों पर एक बार फिर सरकार को विचार करने को कहा| महतो ने कहा कि झारखंड के युवाओं ने यूं रोड पर आंदोलन करने के लिए राज्य का बागडोर हेमंत सोरेन को नहीं सौंपा नहीं था| हमें हेमंत सोरेन से उम्मीद थी कि राज्य के युवाओं के साथ न्याय होगा, उन्हें उनका अधिकार मिलेगा|लेकिन, आज के समय में विपरीत स्थिति देखने को मिल रही है जो कि युवाओं के लिए बहुत निराशाजनक हैं।
देवेन्द्र नाथ महतो और तीर्थ नाथ आकाश ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चार दिनों के अंदर आंदोलनकारियों से सकारात्मक वार्ता नहीं हुई तो उसके बाद राज्य के अंदर उग्र आंदोलन होगा।
उधर, रांची जिला प्रशासन ने कोविड-19 के प्रसार के आलोक में एवं दुर्गा पूजा के मद्देनजर, आंदोलकारियों को धरना स्थल तुरंत खाली करने का नोटिस जारी किया है| नोटिस की अवहेलना करने वालों के खिलाफ़ सुसंगत धाराओं के तहत विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को अनुमण्डल दण्डाधिकारी सुश्री समीरा एस ने मोरहाबादी मैदान में धरना कर रहे लोगों को जल्द से जल्द धरना स्थल खाली करने का नोटिस जारी किया है। इसमें कोविड-19 के संभावित प्रसार के मद्देनजर रांची अनुमण्डल क्षेत्रन्तर्गत किसी भी स्थान पर भीड़–भाड़ न लगाने के पूर्व आदेश के आलोक में सभी को मोरहाबादी क्षेत्र को तत्काल प्रभाव से खाली करने का निर्देश दिया गया है। आदेश का अनुपालन नहीं करने वालों के खिलाफ़ सुसंगत धाराओं जिनमें पैंडेमिक एक्ट सहित भारतीय दण्ड संहिता की अन्य धाराओं के तहत सुसंगत कार्रवाई की जाएगी।
कार्यपालक दण्डाधिकारी श्री राकेश रंजन ने जेटेट, पंचायत सचिव एवं जैप परीक्षा परिणाम संबंधित मांगों को लेकर धरना पर बैठे समूह के प्रतिनिधि को नोटिस थमाया। इस दौरान उन्होंने आंदोलनकारियों के प्रतिनिधि को सभी मांगकर्ताओं के सामने नोटिस पढ़ कर सुनाने को कहा। और इसके बाद उन्हें नोटिस थमा दिया गया।
मौके पर पहुंची अनुमण्डल दण्डाधिकारी रांची सुश्री समीरा एस ने कहा, “कोविड-19 महामारी के प्रसार को ध्यान में रखते हुए इस तरह के धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसीलिए सभी को तत्काल ये धरना स्थगित कर मैदान खाली करने का निर्देश दिया गया। आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ़ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।”