कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आप हवाई सफर करना चाहते हैं, तो सावधान हो जाइए। अगर थोड़ी सी लापरवाही बरतते हैं, तो आप परेशानी में पड़ सकते हैं। सुरक्षित हवाई सफर के लिए आपको सजग रहने की जरूरत है, ताकि आप बेवजह परेशानी में नहीं पड़ें। इसके लिए आप हवाई सफर से 72 घंटे पहले की कोरोना जांच रिपोर्ट साथ रखें। रांची एयरपोर्ट पर कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं होने पर आपकी कोरोना जांच करायी जायेगी और संक्रमित पाये जाने पर होम आइसोलेशन में रहना पड़ेगा।
बता दें की रांची एयरपोर्ट से अभी 21 फ्लाइट चल रही हैं। ये फ्लाइट दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद और चेन्नई से आ रही हैं। इन फ्लाइटों से गुरुवार को 2844 लोग रांची आए और 1333 लोग यहां से गए। अब जो यात्री रांची एयरपोर्ट पर आ रहे हैं उन सबकी कोरोना जांच की जा रही है।
एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि कोरेाना महामारी के इस दौर में अगर कोई मुसाफिर कोरोना जांच रिपोर्ट के साथ सफर करे तो ये उसके लिए बेहतर है। रांची एयरपोर्ट के निदेशक विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि अगर किसी यात्री को हवाई यात्रा करनी है तो वो इससे पहले कोरोना जांच करा ले। निगेटिव आने पर कोरोना जांच के साथ ही सफर करे तो उसे किसी भी एयरपोर्ट पर कोरोना जांच को लेकर तनाव नहीं झेलना पड़ेगा।
रांची एयरपोर्ट पर कोरोना जांच के भय से बेंगलुरू से कई लोग रांची नहीं आ रहे हैं। लोग रांची एयरपाेर्ट पर जांच की प्रक्रिया जानना चाहते हैं। रांची के सैकड़ों छात्र बेंगलुरू में रहते हैं। ये लोग भी अब घर लौटना चाहते हैं मगर क्वारंटीन होने के डर से वापस नहीं आ रहे हैं। जबकि, लोग अगर बेंगलुरू में ही कोरोना जांच करा कर अपने पास रख लें तो रांची एयरपोर्ट पर उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। यात्री के पास अगर कोरोना की जांच रिपोर्ट है तो रांची एयरपोर्ट पर उनकी दोबारा जांच नहीं कराई जाएगी। यात्री के पास 72 घंटे पुरानी जांच रिपोर्ट होनी चाहिए। अगर उनके पास जांच रिपोर्ट नहीं है तो यात्री को एयरपोर्ट पर जांच की प्रक्रिया से गुजरना होगा।