अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध देश के साथ-साथ झारखंड में भी शुरू हो गया है। केंद्र सरकार और इंडियन आर्मी द्वारा अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर सफाई दिये जाने के बावजूद गुरुवार को राजधानी रांची के मेन रोड में सेना भर्ती कार्यालय के बाहर लगभग 300 युवाओं के द्वारा प्रदर्शन किया गया। इधर सशस्त्र बल की तैयारी कर रहे हजारों युवा आज बोकारो रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे लाइन को जाम करने पहुंचे। युवाओं को पहले समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन जब आक्रोशित युवा रेलवे लाइन को जाम करने और रांची पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस के ट्रैक को पर बैठने की मांग करने लगे तो रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस के जवानों ने युवाओं पर बेतरतीब ढंग से लाठियां बरसाई।
पूर्वी सिंहभूम जिले के जुगसलाई रेलवे फाटक के पास भी युवकों ने रेल लाइन जाम कर ट्रेन का परिचालन बाधित कर दिया। जानकारी मिलने पर रेलवे पुलिस और रेलवे के अधिकारी फाटक के पास पहुंचे और युवाओं को समझाया। इसके बाद युवक रेल लाइन खाली कर थाना पहुंचे और धरना दिया। जाम के दौरान कई ट्रेनें रुकी रहीं। वहीं पलामू के युवाओं ने मेदिनीनगर के रेड़मा चौक पर एनएच-75 को जाम कर दिया। पुलिस ने जब रेड़मा चौक पर जाम कर रहे युवाओं को समझा बुझाकर हटाया तो युवाओं ने रेड़मा चौक से सीधे डालटनगंज रेलवे स्टेशन पहुंचकर डाउन लाइन ट्रैक को जाम कर दिया और केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
वहीं झारखंड के शिक्षा का हब हजारीबाग के विद्यार्थियों ने सड़क पर उतरकर दूसरे दिन भी आंदोलन किया। एनएच-100 और एनएच-33 पर टायर जलाकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। धनबाद में तो लगभग एक हजार युवा धनबाद स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर ही बैठ गए। भारी तनाव के बीच युवा एक घंटा रेल लाइन पर बैठे रहे। इस बीच बारिश होने लगी। ग्रामीण एसपी और एसडीएम प्रेम तिवारी ने उन्हें समझाया। इसके बाद युवा वहां से हटे। इससे पहले पैदल मार्च निकाला गया। रेल लाइन जाम होने के कारण कुछ ट्रेनें जहां लेट हो गयीं, वहीं धनबाद पटना अप-डाउन को रद्द करना पड़ा।
अचानक पूरी प्रक्रिया रद्द, युवाओं का 2 साल बर्बाद..
युवाओं ने आरोप लगाया कि बहाली की प्रक्रिया रद्द होने के कारण उनका 2 साल बर्बाद हो गया। वहीं अग्निपथ योजना के लिए उम्र सीमा 17.5 साल से 21.5 साल निर्धारित किया गया है, पहले से सेना की तैयारी कर रहे कई युवाओं की उम्र 22 साल हो गया है, ऐसे में उनकी उम्र सीमा ही समाप्त हो गई है और उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। अग्निपथ योजना के तहत सरकार ने एक सेवानिधि की घोषणा की है। इसमें पहले साल युवाओं को 30 हजार रुपये मासिक वेतन पर रखा जाएगा। ईपीएफ-पीपीएफ की सुविधा के साथ अग्निवीर पहले साल 4.76 लाख रुपये पाएंगे, चौथे साल तक वेतन 40 हजार रुपये यानी सालाना 6.92 लाख रुपये पाएंगे। वार्षिक पैकेज के साथ कुछ भत्ते भी मिलेंगे जिसमें रिस्क एंड हार्डशिप, राशन, ड्रेस और ट्रैवल एलाउंस शामिल होंगे। सेवा के दौरान डिसेबल होने पर नॉन-सर्विस पीरियड का फुल पे और इंट्रेस्ट भी मिलेगा। सेवा निधि को आयकर से छूट दी जाएगी। वे ग्रेच्युटी और पेंशन संबंधी लाभों के हकदार नहीं होंगे। जबकि भारतीय सशस्त्र बलों में उनकी अवधि के लिए 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।
क्या है अग्निपथ भर्ती योजना..
अग्निपथ भर्ती योजना के तहत चार साल के लिए सेना के तीनों अंगों में युवाओं की बहाली की जायेगी। हर साल 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण साढ़े 17 साल से 21 साल के 45 हजार युवाओं की बहाली की जायेगी। चार साल बाद योग्यता के आधार पर 25 प्रतिशत तक अग्निवीरों को सेना में लंबी अवधि के लिए रखा जायेगा। 48 लाख बीमा कवर भी मिलेगा और सेवा के दौरान शहीद होने पर अतिरिक्त 44 लाख की राशि भी परिवार को मिलेगी। इसके साथ ही सेवा निधि की रकम भी मिलेगी। अग्निवीर सैनिकों का छह माह को प्रशिक्षण दिया जायेगा। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद यूनिट में भेज दिया जायेगा। आइटीआइ करने वाले युवकों को भी अग्निवीर सैनिक में बहाल किया जायेगा। चार साल की सेवा पूरी होने के बाद अग्निवीरों को 10.4 लाख रुपये की सेवा निधि और उस पर ब्याज मिला कर कुल 11.71 लाख मिलेंगे। इस पर कोई टैक्स भी नहीं लगेगा।