बोकारो: उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में पुलिस ने नक्सलवाद, संगठित अपराध, मानव तस्करी और ड्रग्स के खिलाफ व्यापक अभियान की तैयारी शुरू कर दी है। गुरुवार को बोकारो एसपी कार्यालय स्थित कैंप-2 सभागार में आयोजित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में आईजी क्रांति कुमार गडिदेशी ने जोन के सभी एसएसपी और एसपी को स्पष्ट निर्देश दिए कि अपराधियों के खिलाफ बिना किसी रियायत के सख्त कार्रवाई की जाए।
नक्सली गतिविधियों का समूल नाश प्राथमिकता
आईजी ने कहा कि नक्सलियों की कमर तोड़ी जा चुकी है और अब समय आ गया है कि बचे-खुचे नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने दो टूक कहा कि यदि नक्सली सरेंडर नहीं करते हैं तो उनका पूरी तरह से सफाया कर दिया जाएगा। पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया जाएगा।
ड्रग्स और मानव तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
बैठक में आईजी ने निर्देश दिया कि ड्रग्स और नशे के कारोबार में लिप्त लोगों पर नजर रखकर लगातार छापेमारी की जाए। मानव तस्करी के मामलों में भी त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और इस नेटवर्क से जुड़े लोगों की तुरंत गिरफ्तारी हो। उन्होंने अधिकारियों को यह भी कहा कि ऐसे अपराधों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
साइबर क्राइम पर बढ़ेगी निगरानी
आईजी गडिदेशी ने तेजी से बढ़ते साइबर अपराध पर चिंता जताते हुए कहा कि सभी पुलिस अधिकारी इस पर सख्त निगरानी रखें। तकनीकी दक्षता बढ़ाकर साइबर अपराधियों तक पहुंच बनाई जाए और पीड़ितों को समय पर न्याय दिलाया जाए। उन्होंने जागरूकता अभियान चलाने की बात भी कही ताकि लोग साइबर ठगी से बच सकें।
पुलिस को पीपुल फ्रेंडली बनने का निर्देश
आईजी ने कहा कि पुलिस की छवि सुधारने के लिए उन्हें ‘पीपुल फ्रेंडली’ बनना होगा। आम जनता का भरोसा जीतने के लिए संवाद और सहयोग का माहौल बनाना जरूरी है। पुलिस को चाहिए कि वह जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुने और उनका शीघ्र समाधान करे।
बैठक में कई जिलों के वरीय अधिकारी रहे मौजूद
इस अहम बैठक में बोकारो एसपी हरविंदर सिंह, धनबाद एसएसपी प्रभात कुमार, धनबाद ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, धनबाद सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव, हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन, रामगढ़ एसपी अजय कुमार, चतरा एसपी सुमित अग्रवाल, कोडरमा एसपी अनुदीप सिंह और गिरिडीह के एसडीपीओ सहित कई अधिकारी शामिल हुए।
उत्तर छोटानागपुर प्रमंडल में बढ़ते अपराधों, नक्सल गतिविधियों, नशे के कारोबार और मानव तस्करी पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। आईजी के नेतृत्व में चल रही रणनीतिक तैयारियों से उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में इन गंभीर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण संभव होगा।