खेल एवं व्यायाम से जुड़े झारखंड के युवाओं के लिए खुशखबरी है। राज्य के सभी स्कूलों में जल्दी ही फिजिकल इंस्ट्रक्टर की बहाली की जायेगी। इस संबंध में कमेटी की ओर से रिपोर्ट सौंप दी गई है, जिसके बाद अब हेमंत सरकार को इस पर अंतिम फैसला लेना है। माना जा रहा है कि अगर सरकार ने सहमति दे दी, तो झारखंड के कम से कम 35 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी मिल सकती है।
दरअसल, शिक्षा को खेल एवं शारीरिक शिक्षा के साथ जोड़ने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। जिसने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव को इस विषय पर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार, इस रिपोर्ट में सभी स्कूलों में फिजिकल इंस्ट्रक्टर की बहाली की सिफारिश की गयी है।
वर्तमान में राज्य के सरकारी स्कूलों में सिर्फ 200 फिजिकल इंस्ट्रक्टर हैं। कमेटी की रिपोर्ट के बाद कहा जा रहा है कि शैक्षणिक सत्र वर्ष 2021-22 से स्कूलों में फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई शुरू की जायेगी। ऐसे में इसके लिए शिक्षकों की जरूरत होगी, इसलिए उम्मीद जतायी जा रही है कि फिजिकल इंस्ट्रक्टर्स की बहाली की जायेगी।
शिक्षकों की जब तक बहाली नहीं हो जाती, तब तक स्कूल के ही किसी शिक्षक, जिसकी स्पोर्ट्स और व्यायाम में रुचि हो, को नोडल टीचर बनाने की बात कही गई है। बताया जा रहा है कि कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में प्राइमरी स्कूल से लेकर हाई स्कूल तक में फिजिकल एजुकेशन को अनिवार्य किए जाने की सिफारिश की है।
हालांकि प्लस टू में इसे वैकल्पिक विषय बनाने की सलाह दी गई है। यानी कि मैट्रिक तक बच्चों को हर हाल में खेल के साथ-साथ अन्य शारीरिक गतिविधियों में भी अनिवार्य रूप से शामिल होना होगा।
लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि झारखंड में इस वक्त 35,447 सरकारी स्कूल हैं और इनमें से मात्र 200 स्कूलों में फिजिकल इंस्ट्रक्टर हैं। और तो और 15,653 स्कूलों में खेल के मैदान ही नहीं हैं।