देवघर में साइबर क्राइम के मामले में फंसे गई लोग..

Jhupdate: देवघर साइबर थाने में साइबर ठगी की घटनाओं को लेकर मुकदमा दर्ज होने का सिलसिला थामने का नाम नहीं ले रहा। जिले में हर दिनसाइबर क्राइम के शिकार हुए कई लोग थाने में शिकायत दर्ज करने पहुंच रहे हैं शिकायत के संदर्भ में मामले दर्ज हो रहे हैं, लेकिन अपराध थम नहीं रहा है। नए तरीके से लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है जनवरी से सितंबर 2023 तक नौ महीनों में 48 मामले में पुलिस ने अनुसंधान पूरी कर चार्जशीट दाखिल किया है, जिसमें से 46 मामलों का ट्रायल चल रहा है तथा दो मामलों का निष्पादन भी हो चुका है। जिसमें दोनों मामले के दोषियों को कानूनी सजा भी मिली और साथ-साथ जुर्माना भी लगाया गया है।

154 युवक है आरोपी…
थाने में दर्ज मामलों में 154 युवकों को आरोपी बनाया गया है। साइबर क्राइम कर रहे है ठग हर प्रकार के व्यक्ति को अपनी चपेट में लेते है और सावधानी से उन्हें चूना लगा रहे है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष साइबर ठगी में कमी आई है हालांकि साल बीतने में अभी तीन माह बाकी है। हर महीने थाने में लगभग पांच केस दर्ज हो रहे है। साइबर थाना की पुलिस अधिकतर दर्ज मामलों में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है, जिसका ट्रायल चल रहा है।

पढ़े लिखे लोग भी हो रहे हैं शिकार
भोले भाले लोगों को साइबर ठग आसानी से अपना शिकार बनाते हैं लेकिन आजकल हो रहे हैं साइबर क्राइम में भोले भाले लोगों के साथ-साथ पढ़े लिखे लोग भी साइबर क्राइम का शिकार बन रहे है। फर्जी फोन कॉल कर या बैंक का कर्मचारी बता कर फोन के ओटीपी या एटीएम कार्ड के डिटेल द्वारा बैंक खातों से पल भर में लाखों रुपए का ठग कर रहे है। और साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं भोले भाले लोग थाने में शिकायत दर्ज करने के अलावा कुछ भी ना कर पाने पर विवश है।

क्या है साइबर क्राइम
साइबर अपराध एक ऐसा अपराध है जिस में कंप्यूटर और नेटवर्क शामिल है। किसी कि निजी जानकारी को प्राप्त करना और उसका गलत इस्तेमाल करना। किसी की भी निजी जानकारी कंप्यूटर से निकाल लेना या चोरी कर लेना भी साइबर अपराध है। कंप्यूटर अपराध भी कई प्रकार से किये जाते है जैसे कि जानकारी चोरी करना, जानकारी मिटाना, जानकारी मे फेर बदल करना, किसी कि जानकारी को किसी और को देना या कंप्यूटर के भागो को चोरी करना या नष्ट करना। साइबर अपराध भी कई प्रकार के है जैसे कि स्पैम ईमेल, हैकिंग, फिशिंग, वायरस को डालना, किसी की जानकारी को ऑनलाइन प्राप्त करना या किसी पर हर वक़्त नजर रखना।

कैसे होते हैं साइबर क्राइम….
ऐसे तो साइबर क्राइम के प्रकार के होते है लेकिन आमतौर पर साइबर क्राइम करने वाले पैसों की ठगी ज्यादातर करते है। आपको किसी भी प्रकार की जाली ईमेल, मैसेज या फोन कॉल प्राप्‍त हो जो आपकी बैंक जैसा लगे जिसमें आपसे पूछा जाये कि आपके एटीएम नंबर और पासवर्ड की आवश्यकता है या किसी भी प्रकार से आपकी फोन पर ओटीपी देने की बात करें और यदि आपके द्वारा यह जानकारी नहीं दी गयी तो आपको खाता बन्‍द कर दिया जायेगा या इस लिंक पर सूचना दें। किसी भी बैंक द्वारा इस प्रकार से जानकारी नहीं मांगी जाती है और भूलकर भी अपनी किसी भी इस प्रकार की जानकारी को इन्‍टरनेट या फोनकॉल या मैसेज के माध्‍यम से नहीं बताये। या फिर आपकी निजी जानकारी को पब्लिक में साझा करने की धमकी देकर आपसे मोटी रकम की डिमांड कर सकते है।

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