सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में गुरुवार को सम्पन्न हुई। इस दौरान बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। झारखंड में हो रही सड़क दुघर्टनाओं की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री ने जरूरी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सभी थानों में मेडिकल किट की व्यवस्था, घायल को उठाने के लिए दो स्ट्रेचर और ऑक्सीजन सिलेंडर अनिवार्य रूप से रखने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सभी थाने के अधिकारियों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देने का भी निर्देश दिया है ताकि समय रहते घायल का उपचार हो सके। इतना ही नहीं घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को प्रोत्साहन राशि देने के भी निर्देश दिए। प्रोत्साहन राशि गुड स्मार्टियन पॉलिसी के अंतर्गत दी जाएगी, जिसकी प्रक्रिया में देरी न करने का भी आदेश दिया गया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सड़क दुर्घटना झारखंड की बड़ी समस्या है लेकिन समय पर उपचार न होना उससे भी बड़ी समस्या है। दुर्घटना में अधिकतर घायल की मृत्यु ज्यादा रक्तस्राव की वजह से होती है।
ऐसे में रक्तस्राव को रोकने के लिए सभी थानों में मेडिकल किट की व्यवस्था घायलों के लिए मददगार साबित होगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्रों में सड़क के बीच में पोल या डिवाइडर में लगे होर्डिंग को हटाने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि ये भी काफी हद तक सड़क हादसों का कारण है। साथ ही राज्य के लोगों को हाई बीम लाइट पर वाहन नहीं चलाने के प्रति जागरूक करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि जरूरत के दौरान ही हाईबीम का उपयोग किया जाए अन्यथा न करें। ये भी सड़क दुर्घटनाओं को आमंत्रण देती है। इन जरूरी निर्देशों के साथ ही सीएम सोरेन ने सड़कों पर येलो ब्लिंकर के साथ साउंड सिस्टम की व्यवस्था करने का भी आदेश दिया है। इससे वाहन चालकों को सावधानी बरतने के प्रति जागरूक किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लोग अपने वाहन निर्धारित गति में चलाए यह सुनिश्चित होना चाहिए। इससे सड़क दुर्घटना में अवश्य कमी आएगी। सड़क स्पीडगण की निगरानी में रहें, तो बेहतर परिणाम सामने आएंगे। रांची में ट्रैफिक पार्क के निर्माण की दिशा में तेजी से कार्य करें ताकि पार्क का निर्माण जल्द से जल्द हो सके। जहां लोगों को ट्रैफिक के प्रति जागरूकता के साथ-साथ प्रशिक्षण भी प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न जगहों पर लगने वाले साइन बोर्ड पर स्थानीय भाषा का भी उपयोग करें, जिससे लोगों को साइन बोर्ड को समझने में किसी तरह की परेशानी न हो।
आंकड़ों के मुताबिक सड़क दुर्घटना में 16.1 प्रतिशत की कमी आई है। जहां 2019 में 5217 सड़क दुर्घटनाएँ हुई थी, वहीं 2020 मे 4377 सड़क दुर्घटनाएँ हुई। वहीं दुर्घटनाओं में मौत के आंकडें भी 19.5 फीसदी कम हुए। 2019 में सड़क दुर्घटनाओं में 3818 मौत हुई। जबकि 2020 में सड़क दुर्घटनाओं के दौरान 3303 मौत हुई।