ओड़िशा के सुंदरगढ़ के राजगांगपुर व कुत्रा ब्लॉक में जिंदल व ओसीएल के जमीन अधिग्रहण का विरोध करने पर झामुमो की प्रदेश अध्यक्ष अंजनी सोरेन समेत कई नेताओं को पुलिस ने सोमवार को राउरकेला में गिरफ्तार कर लिया। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने इस संदर्भ में बातचीत की है और ओडिशा सरकार के पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई पर आपत्ति जताई है। मामले में झामुमो प्रदेश अध्यक्ष के साथ गिरफ्तार होने वालों में पूर्व विधायक सह राज्य कोषाध्यक्ष प्रहलाद पूर्ति, केंद्रीय कमेटी के सदस्य पवन सिंह, लेथा तिर्की, अमित शर्मा, दुबराज नाग, मयूरभंज जिला उपाध्यक्ष पार्वती पूर्ति, बंधना ओराम, पतरस एक्का, कान्हू मंडल, जबलुन टोप्पो, सिप्रियन विलियम कीडो, ललित लाकड़ा, मोहम्मद रशीद डागा, मोहम्मद जलील, मो. इमरान, मो. वसीम, जीवन मुंडा, पीटर डुंगडुग, मो. अजगर आलम शामिल हैं।
ये सभी नेता जमीन अधिग्रहण एवं जल, जंगल जमीन की सुरक्षा के लिए सुंदरगढ़ आए थे। झामुमो नेताओं को राउरकेला के होटल रिजेंसी इन से हिरासत में लिया गया है। पुलिस पदाधिकारी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के साथ इस दौरान तू तू-मैं मैं भी हुई है। इससे सुंदरगढ़ जिले के मूलवासियों और आदिवासियों में गहरा असंतोष व आक्रोश है। झामुमो सुंदरगढ़ जिला कमेटी ने इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि वह राजगांगपुर तथा सुंदरगढ़ जिले में जमीन अधिग्रहण का विरोध करती है और आगे भी जिले में प्रशासन व कंपनी द्वारा किये जा रहे जमीन अधिग्रहण का विरोध करती रहेगी।
इधर अंजनी सोरेन ने बताया कि पांच पंचायतों में सरकार जबरन जमीन का अधिग्रहण करना चाह रही है। इसका पूरजोर विरोध होगा। ओडिशा सरकार ने पूर्व में जमीन अधिग्रहण का विस्थापितों को पूरा मुआवजा तक नहीं दिया। घटना की जानकारी अपने भाई और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दे दी हूं। जरूरत पड़ी तो हेमंत सोरेन भी यहां के आंदोलन में शामिल होंगे।