पश्चिम सिंहभूम: झारखंड में नक्सली भी अब हाईटेक हो गए हैं। सोशल मीडिया के जरिए नक्सली भी अब प्रचार-प्रसार को बढ़ावा दे रहे हैं। पिछले दिनों भाकपा माओवादी संगठन के दक्षिण जोनल कमेटी के प्रवक्ता अशोक जी द्वारा जारी प्रेस रिलीज के साथ वीडियो भी शेयर किया गया था। जिसे देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि माओवादी अब संचार, कंप्यूटर, सोशल मीडिया की सुविधाओं से निरंतर लैस होकर हाईटेक हो रहे हैं।
नक्सली संगठन अब लैपटॉप, प्रिंटर, मोबाइल आदि सभी सुविधाओं से लैस है। इनके पास कंप्यूटर का बेहतर संचालन करने वाला जानकार भी मौजूद है। उक्त संगठन के लोगों ने पश्चिम सिंहभूम जिला अंतर्गत टोंटो थाना क्षेत्र के रेंगदाहातु गांव में पिछले दिनों पुलिस और नक्सली के बीच हुई मुठभेड़ की घटना के बाद ग्रामीणों से नक्सलियों द्वारा की गई बातचीत का वीडियो जारी किया है।
इस वीडियो को देखकर ऐसा लगता है कि इस वीडियो को किसी जानकार और विशेषज्ञ द्वारा बेहतर तरीके से एडिट कर वीडियो के साथ हिंदी में लिखे स्क्रिप्ट को भी जोड़ा गया है। नक्सलियों का समय के साथ अपने आप को कंप्यूटर युग में परिवर्तित कर हाईटेक होना पुलिस प्रशासन के लिए भविष्य में चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है ।नक्सली अपने इस नई तकनीक से जंगल के अंदर घटित होने वाली घटनाओं का बेहतर प्रचार-प्रसार कर पुलिस को परेशानी में डाल सकते हैं।
हालांकि नक्सली इस तकनीक का इस्तेमाल कैसे और किन कार्यों में कर रहे हैं इसकी पूरी जानकारी नहीं है। लेकिन जिस वीडियो को शेयर किया गया है उसे देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अब नक्सली भी कंप्यूटर तकनीक से खुद को जोड़ने लगे हैं।