झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी रविवार को सुपुर्द-ए-खाक हो गये| इससे पूर्व उनके अंतिम दर्शन के लिए मधुपुर से लेकर पैतृक गांव पिपरा तक जनसैलाब उमड़ पड़ा। शनिवार रात से ही आम और खास लोग मंत्री हाजी अंसारी को श्रद्धांजलि देने के लिए जुटते रहे| कृषि मंत्री बादल पत्रलेख उनका शव लेकर रात में ही रांची से मधुपुर पहुंचे। उधर, रविवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्टीफन मरांडी, पूर्व मंत्री राज पलिवार, नलिन सोरेन, हरिनारायण राय, देवघर विधायक नारायण दास, महागामा विधायक दीपिका पांडे, पूर्व विधायक उदय शंकर सिंह, पिपरा पहुंचे और हाजी अंसारी के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अपने मंत्री को श्रद्धांजलि देने मधुपुर पहुंचे। मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक सहित अन्य हाजी हुसैन अंसारी के जनाजे में शामिल हुए। उनके पैतृक गांव पिपरा में मधुपुर विधानसभा क्षेत्र के हजारों महिला व पुरुष,अपने नेता के पार्थिव शरीर की एक झलक देखने के लिए सुबह से ही पहुंचना शुरू कर दिया था। दोपहर 2:30 बजे मंत्री के पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
पूरा क्षेत्र गम के माहौल में डूबा हुआ है। झारखंड के अलग-अलग जिलों से नेता व उनके परिजन मंत्री हाजी अंसारी के पार्थिव शरीर को देखने के लिए पिपरा गांव आए। वहीं, मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जगह-जगह पर बैरियर लगा दिया गया था। प्रशासन को पूरी तरह अलर्ट था। 2 किलोमीटर दूर में ही छोटे-बड़े वाहनों को रोक दिया जा रहा था। लोग पैदल ही मंत्री के पार्थिव शरीर को देखने के लिए आए।