झारखंड के धनबाद जिले के चिरकुंडा एरिया स्थित डुमरीजोड़ में अवैध उत्खनन के कारण बड़ा हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि अवैध उत्खनन के दौरान बाबूडंगाल-चांच में खदान धंस गयी, जिसमें दर्जनों मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार जिस समय यह घटना हुई, उस समय कोयले के खान में अवैध खनन चल रहा था। बता दें कि इस साल फरवरी में, धनबाद में एक अवैध कोयला खदान ढह गई थी, जिसमें दो दर्जन से अधिक श्रमिकों की मौत हो गई थी। अवैध रूप से संचालित की जा रही सील की गई कोयला खदान एक खनन उपकरण के 20 फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद धंस गई।
सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब 8.30 बजे डुमरीजोड़ के पास सड़क 50 फीट धंस गई। इसके कुछ देर बाद खदान धंस गयी। इस खदान के धंसते ही अवैध उत्खनन में लगे लोग इसमें फंस गये। करीब 70 लोगों के फंसे होने की आशंका जतायी जा रही है। जानकारी मिलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गयी। यहां से एक दिन में करीब 2 ट्रक अवैध कोयले का खनन किया जाता है। यह खदान पिछले छह साल से बंद है।
बताया गया कि गुरुवार की सुबह करीब तीन ऑटो में सवार होकर लोग अवैध कोयला उत्खनन के लिए आये थे। कोयला उत्खनन कर ही रहे थे कि सबसे पहले पास की सड़क धंस गयी और फिर कुछ देर बाद खदान भी धंसने लगी। खदान धंसने की जानकारी मिलते ही अवैध उत्खनन में लगे लोग भागने लगे। इसमें कुछ लोग तो खदान से बाहर निकल गये, लेकिन करीब दो ऑटो में सवार लोगों के खदान में फंस होने की आशंका जतायी जा रही है।
वहीं, धनबाद के डिप्टी कमिश्नर संदीप सिंह ने मामले में बताया कि अब तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। खदानों की तरफ जाने वाली कच्ची सड़क धंस गई है। प्रशासन और बीसीसीएल की टीम मौके पर पहुंच गई है। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।