रांची के मांडर विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की ने किया नामांकन..

रांची के मांडर विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत पार्टी के कई विधायक मौजूद रहे। आपको बता दें कि आय से अधिक संपत्ति मामले में बंधु तिर्की को पिछले दिनों सजा हुई थी। इसके बाद मांडर सीट खाली हुई थी। इसके लिए उपचुनाव हो रहा है।

मांडर से कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की ने अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरु से की है। इसके बाद उन्होंने मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से मार्केटिंग कम्यूनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा की पढ़ाई की। शिल्पी ने कहा कि उनके पिता को एक साजिश के तहत फंसाया गया है। राजनीति में उतरने का मुख्य उद्देश्य पिता के कार्य को आगे बढ़ाना है। वह समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों तक पहुंचने का प्रयास करेंगी। गौरतलब है की मांडर विधानसभा उपचुनाव के लिए 6 जून तक नामांकन दाखिल किया जाना है, जबकि 7 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और उम्मीदवार 9 जून तक नामांकन पत्र वापस लेंगे। 23 जून को मतदान और 26 जून को मतगणना की तिथि निर्धारित है।

इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मौजूदा गठबंधन सरकार ने कई उपचुनाव देखे हैं और उपचुनाव के परिणाम भी सभी ने देखा है। एक बार फिर उपचुनाव में जा रहे हैं, इस बार भी गठबंधन की जीत सुनिश्चित है। कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी मीडियाकर्मियों से बातचीत में दावा कि कांग्रेस प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पूर्व मंत्री बंधु तिर्की के साथ नाइंसाफी हुई है, उसका जवाब अब चुनाव में क्षेत्र की जनता कांग्रेस के प्रत्याशी को जीत के साथ देगी।

बंधु तिर्की ने मांडर से 5 बार अलग-अलग सिंबल पर लड़ा चुनाव..
बंधु तिर्की झारखंड गठन के बाद पहली बार 2005 में मांडर से यूजीडीपी की टिकट पर चुनाव जीतने में सफलता हासिल की और पहली बार विधायक बने। वर्ष 2009 में बंधु ने झारखंड जनाधिकार मंच के बैनर तले चुनाव लड़ा और जीता भी। लेकिन 2014 में बंधु तिर्की टीएमसी की टिकट पर उतरे और बीजेपी के गंगोत्री कुजूर से हार गए। इसके 2019 के चुनाव में बंधु ने फिर पार्टी बदली और बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर बीजेपी के देव कुमार धान का हराया। इससे पहले भी वह एकीकृत बिहार में आरजेडी टिकट पर इस क्षेत्र से अपना भाग्य आजमा चुके हैं।

2019 में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए बंधु तिर्की..
वर्ष 2019 में झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो गए और अभी वे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी है। इसी कारण इस बार कांग्रेस ने उनकी बेटी को टिकट दिया है, हालांकि वर्ष 2019 में बंधु तिर्की के खिलाफ कांग्रेस ने भी उम्मीदवार दिया था, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे थे।

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