झारखंड 3 जून से अनलॉक हो जाएगा। इस प्रक्रिया को अलग-अलग फेज में लागू किया जाएगा। झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने इसकी घोषणा की है। साथ ही सीएम ने सोशल मीडिया पर लोगों से अनलॉक-1 पर उनके सुझाव भी मांगे हैं। सीएम ने ट्वीट कर आम लोगों से राय मांगी है कि अनलॉक 1 कैसा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन सहयोग से राज्य ने कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पा लिया है। ऐसे में अनलॉक किस तरह का होना चाहिए, ताकि जीवन और जीविका का सामंजस्य बना रहे।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया है कि जन सहयोग से राज्य ने कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पा लिया है। आप सभी ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान काफी सहयोग किया। उनका ध्यान जीवन और जीविका दोनों पर है। ऐसे में अब अनलॉक 1 कैसा हो, ताकि किसी को परेशानी नहीं हो और कोरोना की चेन तोड़ने में हम सभी सक्षम भी रहें। इसके लिए सीएम हेमंत सोरेन ने आम लोगों से ट्वीटर पर राय मांगी है, ताकि सरकार उन सुझावों के अनुरुप निर्णय ले सके।
साथियों, कैसा होना चाहिए अनलॉक 1 ?
स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में आपके दिए सहयोग से हमने कोरोना के दूसरे लहर पर क़ाबू पा लिया है।
जीवन और जीविका के इस संघर्ष में अब हमारा ध्यान जीविका पर है।
इसलिए आप अपने बहुमूल्य विचार कमेंट कर साझा करें की कैसा होनी चाहिए अनलॉक 1 की प्रक्रिया?
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) May 31, 2021
सीएम हेमंत सोरेन ने मांगे सुझाव तो क्या बोले यूजर्स??
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि लोगों के सहयोग से सरकार जीवन बचाने में सफल हुई है। अब सरकार का पूरा ध्यान जीविका पर है। इसलिए लोग अपने बहुमूल्य विचार कमेंट कर साझा करें कि अनलॉक की प्रक्रिया कैसी होनी चाहिए? मुख्यमंत्री के ट्वीट के तुरंत बाद लोगों की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई। करीब आधे घंटे के अंदर तीन सौ लोगों ने सीएम को अपने-अपने सुझाव दिए।
पहले रोज कमाने खाने वाले को प्राथमिकता देने की मांग
ट्विटर यूजर इरशाद अहमद ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सभी दुकानें खुलने के पहले दुकानदारों का टीकाकरण होना आवश्यक है। भीड़ वाले स्थानों पर प्रशासन मुस्तैद होकर सामजिक दूरी का पालन कराएं और कोरोना जांच निरंतर चालू रहे। यूजर अजय मेहता ने कहा कि रोज कमाने-खाने वाले मजदूर वर्ग से जुड़े दुकान, कल-कारखाने विशेष गाइडलाइन के तहत खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
यूजर प्रियंका ने कहा- अनलॉक सावधानी से करना होगा..
एक अन्य यूजर प्रियंका ने कहा- अनलॉक सावधानी से करना होगा। सबसे पहले रोज कमाने खाने वाले को प्राथमिकता देना सही होगा। उसके बाद ही बड़े दुकान और मॉल खोलने की अनुमति दी जाए। एक और यूजर हबील हेम्ब्रम ने कहा कि अभी युवाओं की हालत बेरोजगारी की समस्या के कारण काफी खराब है, रोजगार मुहैया कराने पर सरकार ध्यान दे और स्कूल खोलने की अनुमति दी जाए।
झारखंड के अंदर ई-पास और आरटीपीसीआर जांच के बिना किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं दें..
सौविक सेनगुप्ता ने कहा कि झारखंड के अंदर ई-पास और आरटीपीसीआर जांच के बिना किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं देनी चाहिए और जो भी आएं उनके लिए 14 दिनों का आइसोलेशन अनिवार्य किया जाना चाहिए। नरेंद्र चंचल का मानना है कि उत्तर प्रदेश की तरह झारखंड में अनलॉक होना चाहिए, सभी दुकानें सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक खुलनी चाहिए और सप्ताह में 2 दिन बंद कर साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन करना चाहिए।
22 अप्रैल से 3 जून तक झारखंड में लॉकडाउन..
झारखंड में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 22 अप्रैल से लॉकडाउन जारी है। माैजूदा लॉकडाउन की अवधि 3 जून की सुबह 6 बजे तक है। इस बीच मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर पूछा है-साथियों, कैसा होना चाहिए अनलॉक 1 ? जाहिर है 22 अप्रैल से जारी लॉकडाउन के बाद अब सरकार अनलॉक की तरफ जाना चाहती है। इस बाबत जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा। निर्णय से पहले मुख्यमंत्री लोगों से सुझाव लेना चाहते हैं। मुख्यमंत्री के ट्वीट के बाद व्यवसायी वर्ग में खुशी देखी जा रही है। फेडरेशन ऑफ धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष चेतन गोयनका और महासचिव अजय नारायण लाल ने मुख्यमंत्री के ट्वीट का स्वागत किया है। दोनों ने मुख्यमंत्री को पत्रलिखकर लॉकडाउन के दाैरान सभी दुकानों को खोलने की इजाजत मांगी थी।