झारखंड में आज से लॉकडाउन, चप्‍पे-चप्‍पे पर पुलिस-मजिस्‍ट्रेट..

झारखंड में आज से एक सप्ताह के लाकडाउन की शुरुआत हो गई है। कोरोना से प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने इस सप्ताह को स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का नाम दिया है। मकसद लोगों की जीविका और जीवन दोनों को बचाने का है। सबसे ज्यादा जोर स्व-नियंत्रण के उपायों को अपनाते हुए जानलेवा कोरोना की दूसरी लहर का चेन तोड़ना है। यह पूर्व की अपेक्षा अत्यधिक खतरनाक है और इसकी जद में तेजी से लोग आ रहे हैं। यही वजह है कि राज्य सरकार ने इसकी भयावहता का आकलन करते हुए कुछ पाबंदियां लगाई हैं।

लॉकडाउन की अवधि में कोई घर से बाहर निकलता है तो उसे ठोस वजह बतानी होगी। आवश्यकता पड़ने पर प्रमाण भी दिखाना होगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को आला अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया। इसके बाद उन्होंने स्वयं तमाम बंदिशों की घोषणा की। आपदा प्रबंधन विभाग से इस संदर्भ में आदेश देर रात जारी कर दिया गया है।

राज्य में गुरुवार की सुबह छह बजे से लॉकडाउन शुरू हो गया है। सरकार से जारी दिशानिर्देश का पूरी तरह पालन हो सके, इसके लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति भी सभी जिलों में कर दी गई है। झारखंड पुलिस के जवान व पदाधिकारी भी तैयार हैं। अब पुलिस-प्रशासन के अधिकारी एक साथ कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जारी दिशा-निर्देश से आम लोगों को लाउड स्पीकर के माध्यम से जागरूक भी करेंगे और जो नहीं मानेंगे, उनके विरुद्ध कानून सम्मत कार्रवाई भी होगी। सरकार से जारी दिशा-निर्देश का उल्लंघन करने वालों पर संबंधित थाने में पेनडेमिक एक्ट के अंतर्गत प्राथमिकी भी दर्ज होगी।

लॉकडाउन अवधि में आवश्यक सामग्री (राशन, दवा, दूध, सब्जी) की दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकानें बंद रहेंगी। इसके अलावा केंद्र सरकार, राज्य सरकार व निजी क्षेत्र के चिह्नित कार्यालय को छोड़कर सभी कार्यालय बंद रहेंगे। ग्रामीण क्षेत्र में चल रही योजनाएं, कृषि, औद्योगिक, निर्माण एवं खनन कार्य की गतिविधियां चलती रहेंगी। धार्मिक स्थल तो खुलेंगे, लेकिन वहां श्रद्धालुओं के प्रवेश की सीमा निर्धारित होगी।

झारखंड में 22 से 29 अप्रैल तक कंप्लीट लॉकडाउन..