पलामू टाइगर प्रोजेक्ट क्षेत्र के लातेहार जिला स्थित बेतला नेशनल पार्क में 10 साल बाद तेंदुए काे देखा गया है। पार्क के चतुरबोथवा में वन विभाग के ट्रैप कैमरा में तेंदुए की तस्वीरें कैद हुई हैं। कैमरे में तेंदुए काे शिकार करने के अलावा घूमते देखा गया है। इससे पहले 2012 में तेंदुआ देखा गया था। विभागीय अधिकारियाें का दावा है कि बेतला पार्क में 20 से अधिक तेंदुआ हैं। 2004 में 62 तेंदुआ और 38 बाघ थे। धीरे-धीरे संख्या कम हाेते गई। गुजरे 10 साल से बाघ व तेंदुआ लुप्त हाे गए थे। कुछ दिन पहले विभाग ने एक बाघ देखे जाने की बात कही थी और अब सीसीटीवी में कैद तस्वीराें से तेंदुआ हाेने की पुष्टि की है।
बेतला के रेंजर प्रेम प्रसाद ने बताया कि काेराेना काल में लाेगाें की गतिविधियाें थम गई थीं। इसका फायदा वन, पर्यावरण और वन्यजीवाें काे हुआ। इससे तेदुआ की संख्या बढ़ी है। बेतला नेशनल पार्क में अभी 12 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं, इन्हीं कैमराें में तेंदुआ की तस्वीरें कैद हुई हैं।
चिंता सुरक्षा की… वनकर्मी करेंगे गश्ती..
रेंजर प्रेम प्रसाद ने बताया कि तेंदुआ देखे जाने के बाद विभाग के लाेग उत्साहित हैं। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए गश्त बढ़ा दी गई है। तेंदुआ की तस्वीरें पर्यटकों के कैमरे में भी कैद हुई हैं। रेंजर ने कहा कि जिस जगह देखा गया है, उसे चतुरबोथवा रोड नंबर 2 के नाम से जाना जाता है। कुछ दिनाें से इस इलाके में जंगली हाथी, हिरण, सूअर, बाइसन जैसे जानवर दिख रहे थे। दो महीना पहले तेंदुआ के मूवमेंट की सूचना मिल रही थी। तबसे नजर रखी जा रही थी। तेंदुआ की मौजूदगी के स्पष्ट प्रमाण मिलने के बाद अधिकारिक पुष्टि की गई है। बता दें कि पलामू व्याघ्र परियाेजना 1026 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें 226 वर्ग किमी क्षेत्र बेतला नेशनल पार्क के रूप में अधिसूचित किया गया है।