रांची के मेन रोड स्थित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य कार्यालय में वाम दलों की संयुक्त बैठक के बाद कृषि कानून के विरोध में 6 फरवरी को होनेवाले संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी ‘रास्ता रोको’ आंदोलन को समर्थन देने का फैसला लिया है । इस कार्यक्रम के तहत झारखंड में भी वाम दल राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन रोकेंगे। राज्य में आवागमन बाधित करने का यह कार्यक्रम 6 फरवरी को दिन के 12 बजे से दोपहर तीन बजे तक चलेगा। इस कार्यक्रम में वाम दलों के अलावा ट्रेड यूनियन व सामाजिक संगठन भी हिस्सा लेंगे .वाम दलों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के राज्य नेतृत्व से ‘रास्ता रोको’ आंदोलन में साथ देने का आग्रह किया है । राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने को लेकर जगह का चयन भी कर लिया गया है। आंदोलन के लिए रांची जिले में बूटी मोड़, बुंडू चौक, तुपुदाना चौक, पूर्वी सिंहभूम में बहरागोड़ा, धनबाद जिला में जीटी रोड, मैथन, बरही, चौपारण और बगोदर, निरसा आदि स्थान निर्धारित किए गए।
बैठक के दौरान पिछले दो महीने से दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति केंद्र सरकार के रवैये, दिल्ली पुलिस द्वारा निर्दोष किसानों और पत्रकारों पर किए गए झूठे मुकदमों की कड़ी निंदा की। साथ ही झूठे मुकदमों को अविलंब वापस लेने की मांग भी की गई।
बैठक की अध्यक्षता सीपीआइ के राज्य सचिव व पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने की। बैठक में माकपा के प्रकाश विप्लव, भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, अजबलाल सिंह, मासस के सुशांतो मुखर्जी, सीपीआइ के अजय सिंह, केडी सिंह, अजीत सिंह और राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव आदि उपस्थित थे।