बुधवार सुबह को रांची संसदीय क्षेत्र में आने वाले कांके विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक समरी लाल की हालात बिगड़ने लगी। सांस लेने में काफी तकलीफ़ का सामना करना पड़ रहा था जिसके तुरंत बाद आनन फ़ानन में विधायक जी को रिम्स में भर्ती कराया गया।
कांके विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक समरी लाल को रीम्स में न्यू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। विधायक समरी लाल के आस पास के लोगों के अनुसार विधायक को ठंड लग गयी है। सर्दी बुख़ार के लक्षण भी देखे गए है। जिसके बाद से ही उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी है।
फ़िलहाल कोरोना की पुष्टी नहीं की गयी है अभी ताज़ा जानकारी के अनुसार विधायक जी का कोरोना संक्रमण जांच के लिए सैंपल लिया गया है। जिससे पता चल सके कि विधायक कोरोना से संक्रमित है या नहीं। रीम्स में न्यू ट्रॉमा सेंटर में उनका इलाज डॉ प्रदीप भटाचार्य की देखरेख में किया जा रहा है। डॉ बिंदे कुमार जो रिम्स में मेडिसिन विभाग से है, ने बताया कि विधायक समरी लाल पहले से भी सांस संबंधी समस्या से ग्रसित थे और उनका इलाज अस्पताल के मेडिसिन विभाग में पूर्व से चल रहा है।
मालूम होकि रिम्स के न्यू ट्रॉमा सेंटर में 32 कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है। न्यू ट्रॉमा सेंटर के दूसरे तल्ले पर सात संक्रमित मरीज, डेंगू वार्ड में 22 संक्रमित मरीज और पेइंग वार्ड में तीन संक्रमित मरीज अभी भर्ती हैं। जबकि सदर में 13 कोरोना मरीज इलाजरत हैं। मालूम हो कि मंगलवार को रिकॉर्ड 1196 नए संक्रमित रांची से मिले थे। इसके बाद 3370 एक्टिव केस हो गए हैं।
कौन है विधयाक समरी लाल ?
सममारी लाल कांके से भाजपा के विधायक हैं। उनका जन्म कांके, झारखंड में हुआ था और वर्तमान में वे 354 रिम्स स्टाफ क्वार्टर, बरियातू रांची में रहते हैं। अपनी शिक्षा के संबंध में, वह स्नातकोत्तर हैं और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। सम्मरी लाल के पास 1,497,927 रुपये की संपत्ति है (उनतीस लाख निन्यानबे हजार नौ सौ सत्ताईस रुपये) और वित्तीय देनदारी 1 रुपये (एक रुपये) है।
साल 2020 में सुर्खियों में रहे थे समरी लाल। समरी लाल की पत्नी अनीता देवी ने आरोप लगाया था कि विधायक शराब पीकर घर के सदस्यों के साथ मारपीट करते हैं। विधायक की पत्नी, उनकी बेटी और दामाद प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे थे, जहां पर पत्रकारों से उन्होंने कहा कि इनकी विधायकी खत्म हो और इनपर करवाई हो। विधायक की पत्नी और बेटी ने कहा था कि उसके पिता ने उसे और उनकी मां के साथ रोज़ाना मारपीट करते है। और जान से मारने की धमकी भी दी है। वे हर बार कहते है कि, मैं भाजपा का विधायक हूं, किसी भी थाने में मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होगी।
मामले के तूल पकड़ने के बाद विधायक समरी लाल मीडिया से मुख़ातिब हुए और इसे एक घरेलु मामला बताया। विधायक ने कहा कि यह एक घरेलू विवाद है। और ऐसी कोई ज़रूरत नहीं थी कि पत्नी-बेटी और दामाद को प्रदेश पार्टी कार्यालय आना पड़े। पार्टी ऑफिस में जाकर सड़कों पर हंगामा करना ज़बरदस्ती का छोटी सी बात को इतना बड़ा मुद्दा बनाने की कोई ज़रुरत नहीं थी। वह घर पहुंचकर परिवार के सभी लोगों से बात करेंगे और मामले को जल्द से जल्द हल करेंगे।
विधायक समरी लाल की “जाति” पर भी संदेह लग चुका है। अनुसूचित जाति के आरक्षित वर्ग से विधयाक चुने गए थे समरी लाल। विधायक सामरी लाल की सदस्यता को लेकर असमंजस की स्थिति बन गयी थी। दरअसल हुआ ये कि जिस अनुसूचित जाति से विधायक बने समरी लाल वह थी वाल्मीकि/भंगी जाति लेकिन हैरत की बात है कि, उन्हें झारखंड की अनुसूचित जातियों की सूची में सूचीबद्ध ही नहीं किया गया। रांची शहर व बार्गेन जोन के अंचल अधिकारी व जाति जांच समिति की रिपोर्ट के अनुसार सामरी लाल अनुसूचित जाति से हैं जो राजस्थान से आकर यहां बसे हैं। इसको लेकर संशय बना हुआ है। उनका जाति प्रमाण पत्र 2009 में जारी किया गया था। यदि कार्रवाई की जाती है, तो सामरी लाल को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया जाता।जिसके बाद कांके विधानसभा क्षेत्र की विधानसभा के लिए उपचुनाव किया जाता।