जस्टिस बी.आर. सारंगी बने झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश..

झारखंड हाईकोर्ट को लंबे इंतजार के बाद आखिरकार नया मुख्य न्यायाधीश मिल गया है. ओडिशा हाईकोर्ट के जस्टिस बी.आर. सारंगी (विद्युत रंजन सारंगी) को झारखंड हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. यह नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा 27 दिसंबर 2023 को की गई सिफारिश के बाद की गई है.

झारखंड हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस का पद था रिक्त
झारखंड हाईकोर्ट में 28 दिसंबर 2023 से चीफ जस्टिस का पद रिक्त था, जब पूर्व चीफ जस्टिस संजय मिश्रा सेवानिवृत हो गए थे. उनके सेवानिवृत्ति के बाद, जस्टिस एस. चंद्रशेखर को हाईकोर्ट का एक्टिंग चीफ जस्टिस बनाया गया था. अब, जस्टिस बी.आर. सारंगी को इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया है, जिससे न्यायालय को एक स्थायी मुख्य न्यायाधीश मिल गया है.

जस्टिस बी.आर. सारंगी का न्यायिक करियर
जस्टिस बी.आर. सारंगी का न्यायिक करियर बहुत ही सम्मानित और प्रतिष्ठित रहा है. वह 20 जून 2013 को ओडिशा हाईकोर्ट में स्थायी जज नियुक्त किए गए थे. अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने 1 लाख 52 हजार मामलों का निष्पादन किया. उनके न्यायिक निर्णय और उनकी न्यायिक प्रक्रिया ने उन्हें एक सम्मानित न्यायाधीश के रूप में स्थापित किया.

वकालत से न्यायाधीश बनने तक का सफर
जस्टिस सारंगी ने दिसंबर 1985 में बतौर अधिवक्ता अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने ओडिशा हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हुए विभिन्न प्रकार के मामलों को संभाला. उनके अनुभव और विशेषज्ञता ने उन्हें एक मजबूत और प्रभावशाली न्यायाधीश बनाया. उनके द्वारा संभाले गए मामलों में आपराधिक, दीवानी, श्रम, राजस्व, शिक्षा और कर से जुड़े मामलों का समावेश था.

महत्वपूर्ण मुकदमों का निष्पादन
जस्टिस बी.आर. सारंगी ने अपने करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण मामलों का निष्पादन किया है. उनके द्वारा निष्पादित किए गए 1 लाख 52 हजार मामलों में से कई मामले ऐसे थे जो समाज और कानून के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण थे. उन्होंने न्याय की धारा को सही दिशा देने का काम किया और कई महत्वपूर्ण निर्णय दिए जो कानून की प्रक्रिया को और भी मजबूत बनाते हैं.

आने वाले वर्षों में झारखंड हाईकोर्ट का नेतृत्व
जस्टिस बी.आर. सारंगी की नियुक्ति झारखंड हाईकोर्ट के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. उनकी विशेषज्ञता और अनुभव झारखंड हाईकोर्ट को नए आयाम देने में सक्षम होंगे. उनकी नियुक्ति से न्यायालय में न्याय की प्रक्रिया और भी सुगम और पारदर्शी हो सकेगी.

सेवानिवृत्ति की तारीख
जस्टिस बी.आर. सारंगी 20 जुलाई को सेवानिवृत्त होंगे. उनकी सेवानिवृत्ति से पहले झारखंड हाईकोर्ट को उनके नेतृत्व का लाभ मिलेगा. उनका न्यायिक करियर न केवल उनके लिए, बल्कि न्याय प्रणाली के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत रहेगा.

 

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