झारखंड में टीचर एजिबिलिटी टेस्ट (JTET)-2016 पास कैंडिडेट एक बार फिर सड़क पर उतर गए हैं। विधानसभा के मानसून सत्र शुरू होने के ठीक एक दिन पहले इन्होंने राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के घर पर धरना प्रदर्शन किया। राज्य के हर जिले से यहां पहुंचे सैंकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी सीधी नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। साथ ही ये नई नियुक्ति नियमावली को भी वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इनमें दर्जनों की संख्या में महिलाएं भी पहुंचीं। नाराज अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ा है। अपनी मांगों को लेकर मंत्री और विधायक के दरवाजे का चक्कर लगाते-लगाते चप्पल घिस गए, लेकिन 50 हजार अभ्यर्थियों की समस्या ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस दौरान दूर-दराज के जिलों से रांची पहुंची महिलाओं की तबीयत भी मंत्री आवास के बाहर बिगड़ने लगी।
यह हैं मांगें..
ये सभी अभ्यर्थी “झारखंड प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2012′ के तहत अपनी सीधी नियुक्ति चाहते हैं। ये उन नियुक्ति नियमावली का विरोध कर रहे हैं जिसके मुताबिक अब शिक्षकों की नियुक्ति चयन परीक्षा के आधर पर होगी। इनका कहना है कि 2013 में JTET पास सभी अभ्यर्थियों का 2012 की नियमावली के आधार पर सीधी नियुक्ति हुई है। तब 2016 वालों के साथ ऐसा क्यों?