मधुपुर के आगामी उपचुनाव के लिए जेएमएम प्रत्याशी हफीजुल हसन ने नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान जेएमएम और कांग्रेस के कई विधायक उनके साथ मौजूद रहे वहीं भारी संख्या में समर्थक साथ थे। हालांकि पर्चा दाखिल करने के लिए प्रोटोकॉल के मुताबिक हफीजुल समेत दो लोग कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने दो सेट में नामांकन दाखिल किया है।
वहीं इससे पहले खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने जेएमएम प्रत्याशी हफीजुल हसन के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने यहां एक जनसभा को संबोधित किया और कहा कि चुनाव तो होता रहा है लेकिन इस बार ये सीट हमारे लिए खास हो गया है। ये चुनाव तो जीतना है ही। क्योंकि ये सीट जीतकर अपने अभिभावक स्वरूप हाजी साहब को श्रद्धांजलि देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नामांकन में उमड़ी भीड़ बता रही है कि परिणाम में झामुमो नंबर वन आएगा। झामुमो प्रत्याशी हफीजुल हसन अंसारी की जीत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के समक्ष जब-जब तूफान आया पार्टी और ज्यादा निखरकर सामने आई है। अब तो कांग्रेस और राजद भी साथ है। हेमंत सोरेन आत्मविश्वास के साथ मुस्कुराते कहा कि मधुपुर चुनाव जीते हैं, उपचुनाव भी जीत लेंगे। इससे पहले ही दुमका और बेरमो उपचुनाव जीत चुके हैं। अब तो जीतने की गिनती भी भूल जाएंगे। उन्होंने भाजपा का बिना नाम लिए कहा कि वो बेकार में चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्हें नामांकन ही नहीं करना चाहिए। लेकिन क्या करेंगे? पैसा है चुनाव तो लड़ेंगे ही। चुनाव मैदान में कौन योद्धा आते हैं। उनको भी देखते हैं।
ज्ञात हो कि मधुपुर से झामुमो विधायक व हेमंत सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रहे हाजी हुसैन अंसारी के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बेटे हफीजुल हसन अंसारी को मंत्रीमंडल में शामिल कर लिया था। हालांकि वो अब तक विधानसभा सदस्य नहीं हैं। अब उपचुनाव में हफीजुल को झामुमो ने प्रत्याशी बनाया है।ऐसे में मंत्री पद पर बने रहने के लिए हफीजुल को चुनाव जीतना जरूरी है।