रांची में ED के समक्ष पेश हुईं झारखंड की खनन सचिव IAS पूजा सिंघल, लटकी गिरफ्तारी की तलवार..

घपले-घोटाले, आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्‍टाचार की संगीन आरोपों से घिरीं झारखंड की खनन और उद्योग सचिव पूजा सिंघल को किसी भी सूरत में रांची नहीं छोड़ने का निर्देश प्रवर्तन निदेशालय ने दिया है। मंगलवार को 9 घंटे तक लंबी पूछताछ के बाद रात करीब 8 बजे उन्‍हें छोड़ दिया गया। साढ़े नौ घंटे की पूछताछ के बाद पूजा सिंघल व उनके पति अभिषेक झा को ईडी ने बुधवार को भी पूछताछ के लिए बुलावा देकर छोड़ दिया है। पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा को ईडी की ओर से यह भी कहा गया है कि वे किसी भी सूरत में रांची स्थित मुख्यालय छोड़कर कहीं नहीं जाएं। इधर झारखंड हाई कोर्ट में पूजा सिंघल प्रकरण की सीबीआइ जांच और ईडी अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर याचिका दाखिल की गई है। झारखंड सरकार ने भी पूजा सिंघल को छुट्टी दे दी है। उनकी जगह पर दूसरे अधिकारी को खनन और उद्योग विभाग का प्रभार सौंपा जा रहा है।

पूजा पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार..
खान सचिव पूजा सिंघल पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। फिलहाल ED उनसे खूंटी में हुए मनरेगा घोटाले के मामले में पूछताछ कर रही है। सूत्रों की मानें तो इस मामले में उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। वहीं, दूसरी तरफ सरकार अपनी इमेज बचाने के लिए पूजा सिंघल पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है। इस मामले पर CM हेमंत सोरेन ने मुख्य सचिव सुखदेव सिंह समेत अन्य आला अधिकारियों के साथ चर्चा भी की है। ED अगर पूजा सिंघल पर नकेल कसती है तो सरकार तत्काल तौर पर उन्हें सस्पेंड कर सकती है।

झारखंड उच्‍च न्‍यायालय में दाखिल हुई हस्तक्षेप याचिका, मांगी सीबीआइ जांच..
आइएएस पूजा सिंघल प्रकरण में झारखंड हाई कोर्ट में आइए (हस्तक्षेप) याचिका दाखिल की गई है। प्रार्थी अरुण कुमार दुबे की ओर से अधिवक्ता राजीव कुमार ने अदालत में याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि उक्त मामले की जांच सीबीआइ से कराई जाए। पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग मामले की जांच करने वाले ईडी के अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान की जाए।

याचिका में झारखंड पुलिस पर संगीन आरोप..
याचिका में कहा गया है कि पूर्व में बिजली विभाग के अधिकारियों ने ईडी कार्यालय की बिजली काट दी थी। अभी तो ईडी अधिकारियों की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवानों के तैनात किया गया है। लेकिन कुछ दिनों पर उक्त सुरक्षा हटाए जाने के बाद राज्य की पुलिस ईडी अधिकारियों को परेशान कर सकती है। याचिका में यह भी कहा गया है कि खूंटी में उपायुक्त रहने के दौरान पूजा सिंघल ने मनरेगा में 18 करोड़ का घोटाला किया था, लेकिन ईडी की कार्रवाई में अब तक करीब दो सौ करोड़ की संपत्ति होने की बात सामने आ रही है। ऐसे में उक्त संपत्ति किसकी है। जांच में शेल कंपनियों का भी खुलासा हुआ है।

झारखंड के दूसरे आइएएस की भी कराएं जांच..
याचिका में राज्य के अन्य आईएएस की संपत्ति की जांच सीबीआइ और ईडी से कराए जाने की मांग की है। बता दें कि अरुण कुमार दुबे ने हाई कोर्ट में खूंटी मनरेगा घोटाला मामले की जांच की मांग को लेकर पूर्व में जनहित याचिका दाखिल की गई है। फिलहाल यह मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है। इसी मामले में उनकी ओर से हस्तक्षेप याचिका दाखिल कर सीबीआइ जांच की मांग की है।

पूजा सिंघल की छुट्टी स्वीकृत, प्रभार बांटने की तैयारी में कार्मिक विभाग..
झारखंड सरकार के खान एवं उद्योग सचिव पूजा सिंघल की छुट्टी का आवेदन विभाग ने स्वीकृत कर लिया गया है और उनकी जगह पर दूसरे अधिकारियों को प्रभार देने की तैयारी की जा रही है। मुख्य सचिव को सिंघल की ओर से आवेदन प्राप्त हुआ था जिसे उन्होंने तत्काल स्वीकृति प्रदान कर दी। इस बीच चर्चा है कि खान विभाग एवं उद्योग विभाग का तात्कालिक प्रभार वरीय आइएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का और राजेश शर्मा को दिया जा सकता है। दोनों अधिकारी को इन विभागों में कार्य करने का अनुभव रहा है।