झारखंड की बेटी सलीमा टेटे ने एक बार फिर से झारखंडवासियों का नाम रोशन किया है। इंडियन महिला हॉकी प्लेयर सलीमा टेटे को एशियन हॉकी फेडरेशन ने अगले दो वर्षों के लिए एथलेटिक एंबेसडर नियुक्त किया है। इतना ही नहीं सलीमा को फेडरेशन ने एशिया के इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर के अवार्ड से भी नवाजा है। बता दें की सलीमा टेटे झारखंड के सिमडेगा जिले की रहने वाली है। एक छोटे से गांव की रहने वाली सलीमा ने ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, वर्ल्ड कप सहित कई इंटरनेशनल स्तर की प्रतियोगिताओं में अपने शानदार खेल प्रदर्शन से देश ही नहीं बल्कि विदेशों का भी दिल जीता है, सलीमा बहुत संघर्ष के साथ आज इस मुकाम तक पहुंची हैं। उनका परिवार सिमडेगा के बड़की छापर गांव में आज भी एक कच्चे मकान में रहता है।
पिता से मिली है सलीमा को हॉकी खेलने की प्रेरणा।
सलीमा के पिता सुलक्षण टेटे भी एक हॉकी प्लेयर हैं। वे स्थानीय स्तर पर हॉकी खेलते रहे हैं। उनकी बेटी सलीमा ने जब गांव के मैदान में हॉकी खेलना शुरू किया था, तब उनके पास एक अच्छी हॉकी स्टिक भी नहीं थी तब वह बांस की खपच्ची से बने स्टिक से खेलती थीं। सलीमा को हॉकी खेलने की प्रेरणा अपने पिता से ही मिली है।साल 2013 में झारखंड सरकार की ओर से सिमडेगा में चलाए जाने वाले आवासीय हॉकी सेंटर चुना गया और उसी साल दिसंबर के आखिरी हफ्ते में में रांची में आयोजित राष्ट्रीय विद्यालय हॉकी प्रतियोगिता के लिए झारखंड टीम में चुनी गईं। जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका सफर 2016 में शुरू हो गया, जब उन्हें जूनियर भारतीय महिला टीम के लिए चुना गया। उसके बाद सलीमा कभी रुकी नहीं , उन्होंने टोक्यो ओलंपिक,विश्व कप, कॉमनवेल्थ गेम्स सहित कई अंतरराष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन किया। आपको बता दें की टोक्यो ओलंपिक में सलीमा के खेल की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहना की थी।
बड़ी बहन ने दूसरों के घरों में बर्तन माँझ कर सलीमा को प्रोत्साहित किया।
सलीमा के इस सफर में उनकी बड़ी बहन अनिमा का काफी योगदान रहा है। हॉकी के सपनों को पूरा करने के लिए उनकी बड़ी बहन अनिमा ने बेंगलुरू से लेकर सिमडेगा तक दूसरों के घरों में बर्तन मांजने का काम किया है। अनिमा खुद भी एक बेहतरीन हॉकी प्लेयर थीं लेकिन उन्होंने अपनी बहनों के लिए पैसे जुटाने में अपना करियर कुर्बान कर दिया।इतना ही नहीं अनिमा और सलीमा की बहन महीमा टेटे भी झारखंड की जूनियर महिला हॉकी टीम में खेलती हैं।