झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अप्रैल महीने के अंत तक हो सकता है| पंचायत चुनाव को लेकर राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है|
गौरतलब है कि झारखंड राज्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है| मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर नियुक्ति की फाइल पहुंचा दी गयी है| इसके साथ ही पंचायती राज विभाग ने राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर नियुक्ति को अति आवश्यक बताते हुए मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द इसपर निर्णय लेने का आग्रह किया है|
दरअसल, कोरोना संकट के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से राज्य में नियत समय (नवंबर, दिसंबर 2020) में पंचायत चुनाव नहीं हो सके| परिणामस्वरूप पंचायती व्यवस्था स्वतः विघटित हो गयी है| हालांकि, इसके बाद राज्य सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था के संचालन को ध्यान में रखते में छह महीने के लिए कार्य समिति का प्रावधान किया है|
आपको बता दें कि, राज्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति के बाद चुनाव को लेकर वोटर लिस्ट के प्रकाशन और अन्य प्रक्रिया के लिए 90 दिनों का समय लगता है| ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अप्रैल 2021 के अंत तक चुनाव कराया जा सकता है|