रांची में एक दिन पहले ही शुरू की गई क्रय केंद्रों में धान की खरीदारी को खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने शुरू होते ही बंद करने का निर्देश दे दिया है। उन्होंने 15 दिनों तक इसे स्थगित करने को कहा है। साथ ही, उन्होंने धान को गीला बताते हुए ऐसे धान को खरीदने का मतलब सरकारी खजाने के साथ बेईमानी करने के बराबर कहा।
रामेश्वर उरांव ने खुद को किसान बताते हुआ कहा कि मैं किसान हूँ, जानता हूँ कि धान कब सूखता है।अभी गांवों में धन कटनी शुरू हुई है। कम से कम 15 दिन उसे सूखने में लगेगा। अभी वह पूरी तरह गीला है। अभी खरीदने के बाद पांच दिन बाद ही धान पांच किलो कम हो जाएगा। अगर सरकार 2050 रुपए एक क्विंटल का दे रही है तो उतना धान भी तो चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी धान खरीदना सरकारी के लिए नुक्सान का सौदा होगा। उन्होने झारखण्ड की तुलना पंजाब से करते हुए कहा कि ये पंजाब नहीं है कि एक महीने पहले ही धान की कटाई शुरू हो गई हो। बिहार में अभी तक धान की बिक्री शुरू नहीं हुई है क्यूंकि बिहार-झारखंड में देर से ही धान की कटनी शुरू होती है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से 2020-21 सत्र के लिए धान की MSP 1868 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। वही, राज्य सरकार की ओर से 183 रुपए बोनस की घोषणा की गई है। इस हिसाब से किसानों को इस बार एक क्विंटल धान के लिए 2050 रुपए दिया जा रहा है।