राज्य में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 18 से 22 सितंबर तक आयोजित किया जा सकता है। इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने एक प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास भेज दिया है। माना जा रहा है कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव को कैबिनेट में पारित कराकर राज्यपाल को भेज सकते हैं।
इस विषय पर बात करते हुए संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि उन्होंने मानसून सत्र से संबंधित प्रस्ताव मुख्यमंत्री कोभेज दिया है। इसमें 18 से 22 सितंबर तक मानसून सत्र आयोजित करने का प्रस्ताव है। हालांकि बीच में दो दिन अवकाश रहने की वजह से ये सत्र कुल 3 दिनों के लिए आयोजित करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में भी कोरोना काल में मानसून सत्र बुलाए गए हैं।
मंत्री ने बताया कि दरअसल संविधान में ये प्रावधान है किएक सत्र खत्म होने के दिन से लेकर, अगले सत्र के शुरू होने के बीच 180 दिन से ज्यादा का समय नहीं होना चाहिए। इसे भी ध्यान में रखते हुए सत्र के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
श्री आलम ने बताया कि सत्र के दौरान अनिवार्य रूप से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जाना है। इसके साथ ही विधाई कार्य से संबंधित दस्तावेज भी तैयार किए जा रहे हैं। बता दें कि विधानसभा का पिछला सत्र गत 23 मार्च 2020 तक चला था।