आज के समय में हुनरमंद होना बेहद जरूरी। अगर हाथ में हुनर है तो किसी के भी सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं है। ये बाते सूबे के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने दुमका के हरिपुर पंचायत भवन में आयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान कही| उन्होंन अपने संबोधन में कहा कि कोरोना महामारी के दौरान रोजगार की समस्या जरूर उत्पन्न हुई है लेकिन हुनरमंद लोगों की मांग इस वक्त भी हर जगह है। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री तीन दिवसीय दुमका दौरे पर थे|दौरे के अंतिम दिन बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यहां कई कार्यक्रमों में पहुंचे।
कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने डीएमसीएच दुमका में तीन ऑपरेशन थिएटर एवं अल्ट्रासाउंड मशीन का उद्घाटन किया। ऑर्थो ऑपेरशन थिएटर, सर्जरी ऑपरेशन थिएटर एवं स्त्री रोग विभाग की आपरेशन थिएटर का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इन ऑपरेशन थिएटर के बन जाने से मरीजों को इलाज में सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया एवं अस्पताल में उपलब्ध सभी उपकरणों का जायजा लिया।
अगले कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ने हरिपुर पंचायत भवन स्थित सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का अवलोकन किया तथा महिलाओं से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना।उन्होंने कहा कि सिलाई सेंटर में फिलहाल जो भी कमियां हैं उसे दूर किया जाएगा। भविष्य में जरूरत के मुताबिक इसी प्रकार के और भी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे। श्री सोरेन ने कहा कि शिक्षा बहुत ही जरूरी है। शिक्षित नहीं होने के कारण लोगों को कई सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि इस प्रशिक्षण केंद्र में 600 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस केंद्र में महिलाएं स्कूल यूनिफार्म, मास्क आदि बनायेंगी साथ ही सभी महिलाओं को सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ने 50 सखी मंडल की महिलाओं को 50 लाख रुपए का चेक सौंपा। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न विभागों के परिसंपत्तियों तथा स्वीकृति पत्र का भी वितरण किया। लाभुकों के बीच केसीसी लोन, मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत लाभ तथा नए राशन कार्ड का भी वितरण किया गया।
उधर दुमका के इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा 96 करोड़ 97 लाख 72 हज़ार 900 रुपए के विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया। इसमें लगभग 80 करोड़ 18 लाख 38 हज़ार रुपए के आठ योजनाओं का शिलान्यास किया गया। साथ ही16 करोड़ 79 लाख 34 हज़ार 900 रुपए की राशि से 32 योजनाओं का उदघाटन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद राहुल आनंद को दुमका शहर में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए 1 करोड़ का चेक सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेपीएससी तथा एसएससी की समीक्षा की गई है और चेयरमैन तथा सदस्यों के रिक्त पद को भर कर जल्द ही रोजगार के नए अवसरों का सृजन किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 और इसके कारण लगे लॉकडाउन में कई व्यवस्थाएं व संस्थाएं ध्वस्त हो गई। छोटे व मध्यम उद्योगों को लॉकडाउन में काफी नुकसान हुआ जो वास्तव में चिंता का विषय है। देश की अर्थव्यवस्था भी उलझ रही है,कई लोगों के रोजगार जा रहे हैं जिससेउनके समक्ष कई प्रकार की कठिनाइयां उत्पन्न हुई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड राज्य भी कोरोना महामारी से अछूता नहीं रहा है। राज्य सरकार के समक्ष कोविड-19 किसी चुनौती से कम नहीं रही है।सरकार बनते ही कोरोना महामारी ने पूरे राज्य को घेर लिया था लेकिन हमने इस चुनौती का डट कर मुकाबला किया। झारखंड गरीब, किसान मजदूरों का राज्य है तथा यहां के कई गरीब, किसान व मजदूर दूसरे राज्यों में जाकर रोजगार करते हैं। लेकिन कोरोना महामारी के दौरान इन मजदूरों के साथ दूसरे राज्यों में जो व्यवहार हुआ वो बहुत ही चिंताजनक है। महामारी के संकटपूर्ण समय में हमारे मजदूर गरीब भाई पैदल सड़कों पर अपने घर आने के लिए निकल पड़े। इस प्रकार का भयावह दृश्य मैंने अपने जीवन में नहीं देखा। राज्य सरकार ने मजदूरों को उनके घर तक लाने के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की।