झारखण्ड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने मंगलवार को गाज़ीपुर में चल रहे किसान आंदोलन के वरिष्ठ किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की | बादल ने केंद्र सरकार के साथ -साथ दिल्ली पुलिस से भी नाराज़गी जताई | बहरहाल ,बादल काफी भावुक और व्याकुल थे किसानो से मिलने को लेकर | उन्होंने ने कहा जब से किसानों के आँसू छलके तभी से उनका मन काफी व्याकुल था किसानो से मिलने के लिए |
कृषि मंत्री बादल ने कहा वह किसान आंदोलन के साथ शुरुआत से खड़े हैं | उन्होंने ने ये भी कहा की हर परिस्थिति में झारखण्ड के सभी किसान आंदोलन के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से खड़े है | साथ ही बदल ने रोस प्रकट करते हुए कहा की दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार की कठपुतली है जिसे इशारे पर नचाया जा रहा है |
बादल ने अपने ट्वीट में कहा -जब एक किसान के आँसू छलके थे ,तबसे मन व्यथित था | आज गाज़ीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसानो के बीच पहुंचकर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की व आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया | ये पल मुझे हमेशा याद रहेंगे |
दरअसल , २६ जनवरी को लाल किले और दिल्ली में हुए उपद्रव से किसान नेता राकेश टिकैत काफी आहत हुए थे और उसके बाद उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे की वो रोते हुए दिखाई दिए थे| उनका मानना था की कुछ उपदर्वियों की वजह से पूरा किसान आंदोलन बदनाम न हो जाये | वह खुद चाहते है की जो भी हादसे के ज़िम्मेदार है उन्हें सजा मिले |