जामताड़ा नाव हादसा: NDRF ने संभाला मोर्चा, डूबे लोगों की तलाश जारी..

जामताड़ा-धनबाद सीमा पर स्थित बरबेंदिया पुल के पास नौका डूबने के कारण लापता लोगों की तलाश के लिए आज सुबह राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम ने मोर्चा संभाला। सुबह से ही लोगों को खोजने का ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है। हादसे का शिकार हुए लोगों की कुल संख्या को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। इस बीच कुछ स्थानीय लोग प्रशासन की कार्य प्रणाली से बेहद नाराज हैं। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों के समक्ष अपनी कड़ी नाराजगी दर्ज कराई। जमकर हंगामा किया।

बता दें की इस घटना में तीन लोगों में मरने की आशंका है। पांच लोगों को बचा लिया गया है। 21 लोग अब भी लापता हैं। एनडीआरएफ की टीम राहत एवं बचाव के कार्य में जुटी हुई है। नाव में 20-25 लोग सवार थे। घटना गुरुवार शाम साढ़े छह बजे घटित हुई। नाव निरसा के बारबेंदिया घाट से जामताड़ा के वीरग्राम की ओर जा रही थी। नाव में आदमी के साथ आठ बाइक भी लदी थी। बताया जा रहा है कि नौका पर ज्यादातर जामताड़ा जिले के रहने वाले लोग सवार थे। यह लोग धनबाद के मजदूरी कर लौट रहे थे। यह सभी निरसा घाट पर इस नौका पर सवार हुए। इनमें से ज्यादातर लोगों के जामताड़ा के वीरगांव और श्यामपुर के होने की आशंका जताई जा रही है।

घटना के दौरान घाट के पास मौजूद कुछ स्थानीय लोगों के अनुसार हादसा मौसम बिगड़ने के बाद हुआ। इस दौरान तेज हवा के साथ हुई बारिश और बिजली कड़कने से नौका का संतुलन बिगड़ा। नौका डूबते ही सभी लोग एक साथ नदी में समा गए। ग्रामीणों ने डूब रहे वीरगांव का सुरेश मुर्मू, शहरजोरी का दो युवक और मेंझिया के परसित कुमार मंडल को तुरंत बाहर निकाल लिया गया। इन्हें एंबुलेंस की मदद से इलाज के लिए जामताड़ा भेजा गया। वहीं मेंझिया गांव के ही रहने वाला दो बच्चा समेत चार लोग लापता हैं। सभी लापता लोगों की तलाश की जा रही है।

घटना के बाद रात को ही एनडीआरएफ की टीम देवघर के वीरगांव श्यामपुर घाट पहुंचकर लापता लोगों का खोजबीन प्रारंभ किया। हालांकि रात में बारिश के कारण ज्यादा देर तक खोजबीन सुचारू रूप से नहीं हो सकी। जिसके बाद आज सुबह दोबारा से जिला प्रशासन, डीवीसी मैथन एवं एनडीआरएफ की टीम 20 बोर्ट एवं नाव से पूरे नदी में लापता लोगों की खोजबीन करने में लगे हुए हैं। इसके लिए स्थानीय नाव चालकों, मत्स्य पालकों का भी सहयोग लिया जा रहा है. मछली का जाल डाल कर भी लोग खोजबीन कर रहे है। जानकारी के मुताबिक नदी में डूबे हुए एक दो बाईक मिलने की बात सामने आ रही। हालांकि प्रशासन ने इस बात की अधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की है। नदी के दोनों तरफ हजारों की भीड़ जुटी हुई है। लेकिन 22 घंटे बीत जाने के बाद भी किसी का पता नहीं चल सका है इससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।

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