TPSL ग्रुप पर IT की रेड, चाईबासा और जमशेदपुर में घर और ऑफिस पर छापेमारी..

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम और पश्चिम सिंहभूम में आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की। पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में रहने वाले बड़े कारोबारी सज्जन नरेडी के तीन ठिकानों पर छापेमारी हुई। इसके अलावा पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में TPSL समूह के मालिक के घर और ऑफिस पर बुधवार की सुबह इनकम टैक्स की रेड पड़ी। करीब 8 बजे अधिकारियों की ओर से दोनों जगहों पर कार्रवाई शुरू हो गई। यह देर शाम तक चली। जमशेदपुर और रांची के अलावा कोलकाता की टीम छापेमारी में शामिल है। चाईबासा में अधिकारी कुल 15 वाहनों में सवार होकर पहुंचे थे। TPSL समूह मुख्य रूप से लोहे के कारोबार से जुड़ा है। वहीं, सज्जन नरेडी का TPSL के साथ व्यवसायिक रिश्ता होने की जानकारी मिली है।

बता दें की TPSL कंपनी का हेड ऑफिस चाईबासा में है। इसके अलावा कोलकाता, राउरकेला में भी इसके कार्यालय हैं। पश्चिम सिंहभूम जिला के नुवामुंडी प्रखंड में कंपनी को लौह अयस्क खदान आवंटित है। दावा किया जा रहा है कि यह 10 -12 साल से बंद है। कंपनी के नाम से एक खदान ओडिशा के जोड़ा में आरपी साव के नाम से आवंटित थी। इसकी लीज अवधि 31 मार्च 2020 में ही समाप्त हो चुकी है।

वर्तमान में ओडिशा के झाड़सुगुड़ा में TPSL गोल्ड के नाम से स्टील रॉड का उत्पादन किया जा रहा है। कंपनी का एक स्पंज कारखाना ओड़िशा के राउरकेला में भी संचालित हो रहा है। आयकर विभाग की टीम में करीब 30 से अधिक अधिकारी जांच के लिए कंपनी के कार्यालय और आवास में पहुंचे हैं।

मामले में आयकर विभाग की ओर से फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई हैं। यह रेड है या सर्वे यह अभी तक आधिकारिक रूप से स्पष्ट नहीं किया गया है। कंपनी का कार्यालय तीन राज्यों में है। इसमें झारखंड पश्चिम बंगाल और ओडिशा शामिल हैं। हेड क्वार्टर कोलकाता में है। मैन्युफैक्चरिंग यूनिट ओडिशा में है। आवासीय कार्यालय चाईबासा में है। कंपनी में करीब 1000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।

अब तक की जानकारी के अनुसार, विभाग को ऐसी सूचना मिली है कि कंपनी को आवंटित माइंस बंद होने के बावजूद कारोबार पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है। अधिकारियों ने कंपनी से जुड़े सभी दस्तावेजों को खंगाला। इसके अलावा कई दस्तावेजों को जब्त किया गया है। टीम जब्ती के लिए कई गाड़ियां लेकर पहुंची थी। दावा किया जा रहा है कि आयकर विभाग इन लोगों से जुड़े तीन राज्यों में अलग-अलग ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है। इसमें झारखंड के अलावा ओड़िशा और पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर जांच हो रही है।