रांची: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय महिला हॉकी टीम ने रोमांचक मुकाबले मे ब्रांच पर कब्जा किया है. भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को पेनाल्टी शूटआउट में 2-1 से हराया. इस जीत में सिमडेगा की बेटी सलीमा टेटे की अहम भूमिका रही. बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम का पहला ब्रांच है. इससे पहले एक गोल्ड और एक सिल्वर ही महिला हॉकी टीम ने जीता है.भारतीय महिला हॉकी टीम ने साल 2002 में गोल्ड और साल 2006 में सिल्वर जीता था. बता दे कि मैदानी खेल में दोनों टीमें 1-1 की गोल से बराबरी पर थी. भारतीय महिला हॉकी टीम की ओर से 29 मिनट में सिमडेगा की सलीमा टैटिनेक शानदार गोल कर टीम को बढ़त दिलाई 3 क्वार्टर तक भारत 1-0 से आगे रहे. लेकिन अंतिम क्वार्टर में न्यूजीलैंड ने बराबरी कर मैदानी खेल को समाप्त किया. इसके बाद फैसला पेनाल्टी शूटआउट से हुआ. शूटआउट में भारतीय टीम ने बढ़त बनाते हुए 2-1 से मैच जीतकर इतिहास में पहली बार कास्य पदक पर कब्जा जमाते हुए 16 वर्षों बाद राष्ट्रमंडल खेल में कोई पदक प्राप्त किया है.
मैच से पहले पीएम ने की थी बात..
कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम मैं झारखंड की टीम खिलाड़ी शामिल है. जिसमें खूंटी की रहने वाली निक्की प्रधान, सिमडेगा की सलीमा टेटे और संगीता कुमारी शामिल है. तीनों खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया. प्रतियोगिता से पूर्व पीएम मोदी ने महिला हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे से बातचीत की थी और उसे प्रोत्साहित भी किया था. इस प्रतियोगिता में संगीता कुमारी ने एक गोल सलीमा टेटे ने तीन गोल किए हैं.