यूपी चुनाव में सरोजनी नगर से जीते IIT-ISM के पूर्व छात्र राजेश्वर, योगी सरकार में बन सकते मंत्री..

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 के परिणाम घोषित हो गए हैं। परिणामों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सत्ता में फिर से वापसी होने हो गई। यूपी में कुल 403 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान हुए थे। इन सभी चरणों के नतीजें घोषित किए जा रहे हैं। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई है। रुझान में बीजेपी की सरकार बनाती दिख रही है। भाजपा ने अकेले 255 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके अलावा उसके सहयोगी दलों का भी प्रदर्शन शानदार रहा है। चुनाव परिणाम पर आइआइटी (आइएसएम) धनबाद प्रबंधन और यहां के हजारों स्टूटेंट्स की की नजर थी। आइआइटी (आइएसएम) के पूर्व छात्रा राजेश्वर सिंह लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। राजेश्वर सिंह ने शानदार जीत दर्ज की है। इससे आइआइटी (आइएसएम) के छात्र गदगद हैं।

सपा प्रत्याशी को 54 हजार से ज्यादा मतों से किया पराजित..
खाकी वर्दी उतार चुनाव लड़ने वाले वाले राजेश्वर सिंह सअब विधायक बन गए। पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेने के बाद सरोजनीनगर विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार राजेश्वर सिंह ने मात्र बीस दिनों में ही मतदाताओं के बीच पहुंचकर उनका दिल जीत लिया। उन्होंने सपा प्रत्याशी अभिषेक मिश्र को करीब 54 हजार मतों से शिकस्त दी। उन्होंने अपनी जीत के साथ ही भाजपा के ही विरोधियों को भी बता दिया गया कि संगठन से बड़ा कुछ भी नहीं होता है। शहरी और ग्रामीण इलाकों की आबादी वाली सरोजनीनगर विधानसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला था। भाजपा ने मौजूदा विधायक और सरकार में मंत्री स्वाती सिंह को टिकट न देकर नया चेहरा उतारा था।

राजेश्वर सिंह का परिचय..
उत्तर प्रदेश में नौकरी छोड़कर राजनीति की राह पर कदम बढ़ाने वाले राजेश्वर सिंह सरोजनीनगर से भाजपा की सीट पर चुनाव लड़े। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ के संयुक्त निदेशक रहे राजेश्वर सिंह ने वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना) लिया। वह लगभग 24 वर्षों की सरकारी सेवा कर चुके हैं और 11 वर्ष का सेवाकाल उनका शेष था। प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) के 1994 बैच के अधिकारी राजेश्वर सिंह लखनऊ में सीओ गोमतीनगर व सीओ महानगर के पद पर भी तैनात रहे। यही नहीं प्रयागराज में भी कई पदों पर जिम्मेदारी संभाली। राजेश्वर वर्ष 2009 में प्रतिनियुक्ति पर ईडी में गए थे और बाद में उन्हें ईडी में समायोजित कर लिया गया था। लगभग 10 वर्ष उत्तर प्रदेश पुलिस में और 14 वर्ष ईडी में अपनी सेवाएं देने के बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर दूसरी पारी की शुरुआत की। राजेश्वर सिंह ने आइएसएम ( आइआइटी) धनबाद से बीटेक की पड़ाई की है।

चुनाव में जीत पर राजेश्वर सिंह ने कहा, “अगले पांच वर्षों में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सबसे विकसित, सबसे सुरक्षित और हिंदुस्तान का सर्वोत्तम प्रदेश बन जाएगा”। बता दें की राजेश्वर सिंह का ईडी में प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए शानदार प्रदर्शन रहा है। वे संयुक्त निदेशक का पद छोड़कर भाजपा की राजनीति गए हैं। माना जा रहा है कि भाजपा ने उनके बारे में कुछ सोच रखा है। अब जब विधायक बन गए हैं तो भाजपा योगी सरकार में उन्हें मंत्री बनाकर बड़ा दायित्व दे सकती है।