जमशेदपुर: देशभर में तेजी से फ़ैल रहे डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर अब झारखंड में भी सरकार अलर्ट है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने राज्य के सभी उपायुक्तों को पत्र लिखकर खासकर जमशेदपुर में अलर्ट जारी किया है। पत्र में उन्होंने कहा है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट चिंता का विषय है। यह तेजी से नुकसान पहुंचा रहा है। महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश राज्यों से आने वाले यात्रियों पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल राज्यों के कुछ जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले पाए गए हैं। ऐसे में इसके रोकथाम के लिए विशेष कदम उठाने की जरूरत है। इसके रोकथाम में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
इसके साथ ही उन्होंने पत्र में लिखा है कि इन तीन राज्यों से लौटने वाले सभी यात्रियों पर सक्रिय निगरानी रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन तीन राज्यों से झारखंड आने वाले यात्रियों का कोविड-19 के लिए जिला निगरानी इकाइयों द्वारा परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए। इस दौरान अगर कोई व्यक्ति पॉजिटिव मिलता है तो उसे कोविड केयर सेंटर में रखा जाए।जो व्यक्ति इन 3 राज्यों से लौटे हैं और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तो ऐसे लोगों का नमूना लेकर 24 घंटे के अंदर भुवनेश्वर लैब में भेजा जाए। ताकि सही समय पर डेल्टा प्लस वैरिएंट का पता लगाया जा सके।
औद्योगिक शहर होने की वजह से जमशेदपुर में खतरा ज्यादा है। इसलिए क्यूंकि यहां देशभर से लोग आते जाते रहते हैं। हर साल यहां संक्रमित बीमारियां फैलती रहती है। ऐसे में जमशेदपुर में खतरा अधिक है। इससे बचने के लिए लोगों को अधिक जागरूक और सावधान रहने की जरूरत है। हालांकि अभी तक जमशेदपुर में डेल्टा प्लस वैरिएंट के एक भी मरीज नहीं मिले हैं। जो राज्य के लिए राहत भरी खबर है।