झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सातवीं से दसवीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम को लेकर उठ रहे सवालों के बीच आज राज्यपाल रमेश बैस ने आयोग के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी एवं रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा को राज भवन बुलाकर पूरे घटनाक्रम पर जानकारी मांगी। मंगलवार को परीक्षा परिणाम का विरोध करने वाले अभ्यार्थियों पर पुलिस की ओर से लाठी चार्ज किया गया था। सूत्रों की माने तो राज्यपाल ने इस पर एसएसपी से सीधे सवाल किए। पूछा कि क्या अगर कोई लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात कहे तो आप लाठी चलवाएंगे। झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा विगत दिनों जारी प्रारंभिक परीक्षा परिणाम का विरोध व आंदोलनों की परिस्थिति के संदर्भ में दोनों लोगों से जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची से मंगलवार को विरोध प्रदर्शन कर रहे व आंदोलनरत अभ्यर्थियों व व्यक्तियों पर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा लिया। SSP ने कहा कि भीड़ इतनी उग्र हो गई थी कि विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया। इसमें किसी को चोट नहीं आई। पुलिस आगे से अपनी कार्यशैली को और अधिक नियंत्रित रखेगी। वहीं आयोग के चेयरमैन ने राज्यपाल को आश्वस्त किया कि परिणाम को लेकर उठ रहे सभी सवालों के जवाब दे दिए जाएंगे।
हर सवाल का जवाब मेरे चेहरे पर
राजभवन से बाहर निकलने के बाद मीडिया की तरफ से पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए चेयरमैन अमिताभ चौधरी ने कहा कि जितने तरह के सवाल उठ रहे हैं। उन सबका जवाब आयोग की वेबसाइट पर गुरुवार को मिल जाएंगे। उन्होंने कहा कि आपके सभी सवालों के जवाब मेरे चेहरे पर हैं। मुस्कुराते रहिए। निश्चिंत रहिए। सभी सवालों के जवाब आपको मिल जाएंगे। परीक्षा रद्द होने के संबंध में पूछे गए सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
कुछ ऐसा है पूरा विवाद
आयोग की ओर से सातवीं से लेकर दसवीं संयुक्त सेवा परीक्षा का संचालन एक साथ किया गया। यह परीक्षा सितंबर माह में आयोजित हुई। प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम में दो जिलों में एक ही परीक्षा केंद्र से कई विद्यार्थियों का चयन हो गया। इसको लेकर आयोग पर सवाल उठने लगे। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों ने आंदोलन प्रारंभ कर दिया। मंगलवार को प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों पर रांची में लाठी चार्ज किया गया। भारतीय जनता पार्टी इस घटना के विरोध में खुलकर अभ्यार्थियों के पक्ष में खड़ी हो गई। रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने आंदोलनकारी उम्मीदवारों के समर्थन में बयान दिया है।