रांची: झारखंड सरकार ने राज्य के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने बताया कि सरकार झारखंड के छात्रों को मुफ्त में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए कोचिंग संस्थान खोलेगी। इन कोचिंग संस्थानों में छात्रों के रहने की भी व्यवस्था होगी, जिससे वे बिना किसी आर्थिक बाधा के अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें।
Follow the Jharkhand Updates channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VafHItD1SWsuSX7xQA3P
जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना
शिक्षा मंत्री ने यह भी घोषणा की कि सरकार जमशेदपुर में एक जनजातीय विश्वविद्यालय खोलेगी। यह विश्वविद्यालय आदिवासी और मूलवासी छात्रों को उच्च शिक्षा के नए अवसर प्रदान करेगा। इसके अलावा, सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए टैबलेट वितरित करने की योजना भी बनाई है।
शिक्षा विभाग की अनुदान मांग पारित
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की अनुदान मांग को सदन में चर्चा के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। हालांकि, इस दौरान भाजपा ने बहिष्कार किया। सरकार ने छह करोड़ 63 लाख 89 हजार रुपये की अनुदान मांग को मंजूरी दी। शिक्षा मंत्री ने आरोप लगाया कि पूर्व सरकारें आदिवासी, मूलवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग को शिक्षा से वंचित रखना चाहती थीं, जिसके कारण सात हजार से अधिक स्कूल बंद करवा दिए गए थे।
नवोदय विद्यालय की तर्ज पर नए स्कूलों की स्थापना
शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि सरकार गोड्डा, चाईबासा और बोकारो में नवोदय विद्यालय की तर्ज पर नए स्कूल खोलेगी। इन स्कूलों में 10 विद्यार्थियों पर एक क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा के शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी, जिससे स्थानीय भाषा और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।
शिक्षा की बदतर स्थिति पर विपक्ष का हमला
कटौती प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा विधायक नीरा यादव ने कहा कि झारखंड में शिक्षा व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। यू डायस की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के 7,462 स्कूलों में केवल एक-एक शिक्षक हैं, जहां करीब 3.78 लाख छात्र पढ़ते हैं। इसके अलावा, 372 स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी छात्र नहीं है, लेकिन 1,153 शिक्षक वहां तैनात हैं। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि 2019 के बाद से राज्य में एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है, जिससे बच्चों का ड्रॉपआउट रेट बढ़ रहा है।
राजनीतिक बयानबाजी भी हुई तेज
विधानसभा में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी देखने को मिले। विधायक जिग्गा सुसाशन होरो ने कहा कि कल्पना सोरेन परिस्थिति के कारण राजनीति में आईं, लेकिन उन्होंने सभी को हरा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने हेमंत सोरेन को कमजोर करने के लिए बोरो प्लेयर बुलाए, लेकिन उनकी कोशिशें असफल रहीं। झारखंड सरकार की यह पहल राज्य के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकती है। मुफ्त कोचिंग संस्थानों की स्थापना से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सहायता मिलेगी, जबकि जनजातीय विश्वविद्यालय और नए स्कूलों की स्थापना से राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। हालांकि, विपक्ष ने सरकार पर शिक्षा क्षेत्र में विफलताओं का आरोप लगाया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा सुधारों को लेकर सरकार को और भी ठोस कदम उठाने होंगे।