वर्तमान समय में समाज में दहेज प्रथा रूपी चलन कोढ़ के समान व्याप्त है। दहेज प्रथा के खिलाफ सरकार द्वारा कठोर कानून भी बनाये हैं /सामाजिक व जातीय बैठकों में भी इसके उन्मूल पर जोर देते हुए बड़ी बड़ी बातें की जाती है। इसके बाद भी समाज के सामने ये समस्या बनी है। इसी बीच गिरिडीह के गावां प्रखंड स्थित पिहरा पूर्वी पंचायत अंतर्गत कुरवातरी निवासी दहेज मुक्त झारखंड सेवा संघ के सदस्य दादा रामसहाय यादव के बड़े पुत्र राजेंद्र यादव ने अपने पुत्र और भतीजे का दहेज मुक्त विवाह किया। उन्होंने अपने दो पुत्र, देवेश संग गुंजा, भरत संग अनिता का दहेज मुक्त विवाह करके समाज को एक नया संदेश दिए।
राजेंद्र यादव ने कहा कि समाज दहेज का बहिष्कार करें और बेटियों को सम्मान दें। कहा कि एक बेटी का बाप हमें हमारे घर परिवार के लिए लक्ष्मी रूप बेटी दे रही है यही हमारे लिए सबसे बड़ा दहेज धन है एवं बहु नहीं बेटी घर लेकर आऐ। उन्होंने अपने पहले पौत्र देवेश कुमार यादव पिता राजेन्द्र प्रसाद यादव का विवाह तिसरी थाना क्षेत्र के राउतडीह निवासी गुंजा भारती पिता विजय कुमार राउत के साथ किया है। जबकि दूसरे पौत्र भरत कुमार यादव का विवाह कोडरमा जिला के तेलोडिह में किया गया है। दोनों विवाह में किसी प्रकार का दहेज नहीं लिया गया।
दहेज मुक्त झारखंड सेवा संघ के संस्थापक जितेंद्र यादव फोन के माध्यम से वर, वधु एवं उनके माता पिता तथा परिवार को नमन करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दी। कहा कि समाज के सभी लोगों को राजेंद्र यादव के महान कार्य आदर्श विवाह को देखकर एक नई सीख लेनी चाहिए कि बिना दहेज के विवाह हो सकता है। संघ के कार्यकारिणी उपाध्यक्ष नरेश प्रसाद यादव ने राजेंद्र यादव को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। मौके पर ग्राम अध्यक्ष संदीप यादव, बेटी रक्षा दल के जिलाध्यक्ष नरेश यादव, पंचायत पूर्वी पिहरा के प्रधान सबदर मियां, अर्जुन कुमार शर्मा, विकास शर्मा, अमित यादव एवं अन्य ग्रामीण भी उपस्थित थे।