जेल से बाहर आया गैंगस्टर अखिलेश का जानी दुश्मन सुधीर दुबे, एक बार फिर हो सकता है गैंगवार..

जमशेदपुर : बिहार-झारखंड का खूंखार अपराधी अखिलेश सिंह का धुर विरोधी सुधीर दुबे गुरुवार शाम साथियों के साथ घाघीडीह सेंट्रल जेल से बाहर निकल गया। मजे की बात इसकी भनक पुलिस को नहीं लगी। उसे सभी मामलों में जमानत मिल चुकी थी। वह मूल रूप से बिहार के बक्सर जिले के कृष्णाब्रम्हा थाना क्षेत्र के दिया ढकाइच का निवासी है। सीतारामडेरा थाना क्षेत्र भुइयांडीह गैंगवार में उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी था। इसी मामले में जमशेदपुर पुलिस ने विगत एक जुलाई को पंजाब के संगरुर के एक होटल में छापामारी कर गिरफ्तार किया था। सुधीर करीब पांच माह जेल में रहा। उसे झारखंड उच्च न्यायालय से भुइयांडीह गैंगवार और बिष्टुपुर और टेल्को थाना में दर्ज रंगदारी के मामले जमानत मिल गई थी। साथ ही मानगो के उलीडीह थाना में दर्ज रंगदारी और आर्म्स एक्ट के मामले में जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय से जमानत मिली थी।

भुइयांडीह गैंगवार की घटना 30 अप्रैल 2020 की है। गैंगस्टर अखिलेश सिंह और सुधीर दुबे गैंग के कल्लू राय के बीच हुए गैंगवार में अखिलेश सिंह गिरोह के कन्हैया सिंह समेत सात गुर्गे घायल हो गए थे। गैंगवर मामले में कन्हैया सिंह की शिकायत पर सुधीर दुबे, कल्लू राय समेत अन्य के खिलाफ जान मारने की नीयत से फायरिंग किए जाने की प्राथमिकी सीतारामडेरा थाना में दर्ज की गई थी। वहीं दूसरी ओर कल्लू राय की शिकायत पर कन्हैया सिंह, हरीश सिंह समेत अन्य प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एक समय अखिलेश सिंह गिरोह के साथ सुधीर दुबे जुड़ा हआ था। उपेंद्र सिंह और अमित राय की हत्या की घटना के बाद सुधीर दुबे ने अखिलेश सिंह का साथ छोड़ दिया था और अखिलेश सिंह गिरोह के समांतर शहर में गिरोह खड़ा कर लिया था। दोनों गिरोह के बीच इंटरनेट मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ तंज पोस्ट किया जाता था। रंगदारी की मांग कारोबारियों से की जाती थी। पोटका में क्रशर मशीन संचालित किया जा रहा था।

22 आपराधिक मामले दर्ज है सुधीर दुबे के खिलाफ
सुधीर दुबे के विरुद्ध 22 आपराधिक मामले दर्ज है इनमें सेवानिवृत्त जज आर रवि पर साकची जेल चौक पर 2008 में फायरिंग, बिष्टुुपुर थाना में जयराम सिंह हत्याकांड, सोनारी थाना में अमित राय हत्याकांड समेत अन्य मामले हैं। पंजाब में गिरफ्तारी के बाद सुधीर दुबे को सीतारामडेरा थाना की पुलिस ने चार दिन की रिमांड पर लिया था। उस पर आरोप था कि अखिलेश सिंह की हत्या के लिए उसने अत्याधुनिक हथियार की खरीद नागालैंड से की थी।

गौरतलब है की सुधीर दुबे और कन्हैया सिंह को सोनारी निवासी अमित राय की हत्या मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। अपील बेल पर उसे जमानत मिली थी। झारखंड उच्च न्यायालय में जमशेदपुर के अभियोजन पक्ष की ओर से उसकी अपील बेल को निरस्त करने को अर्जी दी गई थी। इस बीच सुधीर दुबे जमानत पर निकल गया। उसके गिरोह में राजीव राम, भानू मांझी, राजा दुबे समेत कई लाेग है।