छठ घाट पर हादसा, चार बच्चों की नदी में डूबने से मौत..

गिरिडीह जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगरोडीह गांव में महापर्व छठ की खुशियां मातम में बदल गयी हैं। यहां छठ महापर्व को लेकर स्नान करने गयीं महिलाओं के साथ गये चार बच्चों की नदी में डूबने से मौत हो गयी है। मृतकों में तीन बच्चियां व एक बच्चा शामिल है। ये घटना आज मंगलवार करीब 11.30 बजे की है। मृतकों में महेश सिंह का बेटा मुन्ना सिंह, मदन सिंह की बेटी सुहाना कुमारी, टिंकू सिंह की बेटी सोनाक्षी कुमारी और अजय शर्मा (बोकारो) की बेटी दीक्षा कुमारी की नदी में डूबने से मौत हो गई। आनन-फानन में बच्चों को गिरिडीह सदर अस्पताल लाया गया, मगर किसी को बचाया नहीं जा सका।

बताया जा रहा है कि मंगरोडीह गांव में महापर्व छठ को लेकर कुछ महिलाएं नदी में स्नान करने गयी थीं। इन्हीं के साथ कुछ बच्चे भी नहाने के लिए गये हुए थे। इसी दौरान नहाने के क्रम में तीन बच्चियां और एक बच्चा नदी में डूब गया। बच्चों के नदी में डूबने की भनक महिलाओं को नहीं लगी। जिस कारण महिलाएं स्नान कर के वापस घर लौट गयीं। थोड़ी देर के बाद जब बच्चों की खोजबीन शुरू की गयी तो हो-हल्ला शुरू हो गया। नदी में पानी काफी था और इन बच्चों को गहराई का अंदाजा नहीं लगा। सभी बच्चों की उम्र 10 वर्ष से कम है। दीक्षा छठ पूजा के लिए बोकारो से अपने नानी घर मंगरोडीह आई थी। इस घटना से गांव में मातम छा गया है।

लोगों ने बताया कि 1 घंटे बाद भी जब बच्चे घर नहीं लौटे तो लोग उन्हें खोजने लगे। तब लोगों को एक बच्चा वहां पानी में तैरता दिखा। इसके बाद जब तलाश की गई तो सभी वहां नीचे मृत मिले। इसके बाद एक-एक कर बच्चों को निकाला गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी में 10 फीट गहरी खोह है। इसका अंदाजा बच्चों को नहीं लग सका और सभी उसी में समा गए।

घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंची। उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों की नाराजगी इस बात से है कि जब बांध तैयार किया गया था तो गहरे इलाके में बैरिकेडिंग क्यों नहीं की गई? बच्चों को वहां तक जाने से रोकने का प्रयास क्यों नहीं किया गया?