रांची: जेपीएससी के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी का आज निधन हो गया. चौधरी ने राजधानी रांची के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली. डॉक्टर्स के अनुसार उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. 62 साल के चौधरी को दो साल पहले जेपीएससी का चेयरमैन नियुक्त किया गया था जिससे वो पिछले महीने मुक्त हुए थे. अमिताभ चौधरी के अचानक मौत से पूरा राज्य शोक में डूबा है. वहीं उनके अंतिम दर्शन और परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए क्रिकेटर सौरभ तिवारी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके आवास पर पहुंचे.
1984 में आइआइटी खड़गपुर से बीटेक की डिग्री हासिल की
बता दें कि अमिताभ चौधरी ने साल 1984 में आइआइटी खड़गपुर से बीटेक की डिग्री हासिल की. इसके बाद 1985 में आईपीएस बने. इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में इतिहास और भूगोल विषय को ऑप्शनल पेपर में रखा. पहले ही प्रयास में इन्होंने परीक्षा पास की और आईपीएस श्रेणी में पूरे भारत में द्वितीय स्थान प्राप्त किया. इन्हें बिहार कैडर मिला. श्री चौधरी 1997 में रांची के एसएसपी बनाये गये. अलग राज्य बनने के बाद अपनी क्षमता, सूझबूझ व बेहतर टीम की बदौलत इन्होंने रांची की जनता के बीच से अपराधियों का खौफ खत्म किया, जिसे लोग आज भी याद करते हैं.
2002 में बीसीसीआई के मेंबर बने
2000 में अलग झारखंड राज्य बनने के बाद उन्हें झारखंड कैडर मिला. उसके बाद 2002 में वह बीसीसीआई के मेंबर बने. उसके बाद 2005 में राज्य के तत्कालीन डिप्टी चीफ मिनिस्टर सुदेश कुमार महतो को हरा कर वह झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के अध्यक्ष बने. उसके बाद लगभग चार साल तक 2005 से 2009 तक क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर भी रहे. 2013 में उन्होंने नौकरी से वीआरएस ले लिया. 2014 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा. भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर वह बाबूलाल मरांडी की तत्कालीन पार्टी जेवीएम से रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था लेकिन चुनाव हार गए.
अक्टूबर 2020 में बनाये गये थे जेपीएससी अध्यक्ष
भारतीय पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुके आईपीएस अधिकारी और झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से लेकर बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव जैसे पदों को सुशोभित कर चुके अमिताभ चौधरी को राज्य सरकार ने अक्टूबर 2020 में झारखंड लोकसेवा आयोग (जेपीएससी) का अध्यक्ष बनाया था. इनका कार्यकाल जुलाई 2022 को पूरा हुआ था.