रांची: पशु तस्करों का दुस्साहस झारखंड में लगातार बढ़ता ही जा रहा है. एक और मामला गुमला जिले के बिशुनपुर से सामने आया है. जहां पशु तस्करों ने बिशुनपुर थाना के थानेदार सदानंद सिंह को अपने बोलेरो से कुचलने की कोशिश की. हालांकि, उनकी सूझबूझ के कारण जान बच गयी. वहीं, बोलेरो चालक समेत सात गिरफ्तार कर लिए गए.
आपको बता दें कि बिशुनपुर थाना प्रभारी बाइक पर सवार होकर बोलेरो को पकड़ने के लिए आगे बढ़े. जिसे देख बोलेरो चालक ने थाना प्रभारी को कुचलने की कोशिश की. लेकिन, वे सड़क के किनारे हटकर अपनी जान बचाने में सक्षम रहे. बोलरो इतनी तेजी में था की वह आगे थाना गेट के समीप नाकेबंदी को को तोड़कर आगे बढ़ा लेकिन, आगे कार्तिक उरांव के पास जाकर पलट गया. जिसके बाद पुलिस की टीम ने सभी सातों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही साथ ट्रक में ठूंस के ले जा रहे सभी 57 मवेशियों को भी अपने कब्जे में ले लिया. हालांकि, बाद में पुलिस की टीम ने इन मवेशियों को पास के गांव वालों को दान कर दिया.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पशु तस्कर अमन, कुर्बान अंसारी, असलम अंसारी, राजू कुरैशी, मोबिन अंसारी एवं पिंटूके अलावा ट्रक चालक नितिन पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस छापेमारी में मुख्य रूप से थाना प्रभारी सदानंद सिंह, रवि रंजन, एएसआइ राजेश तिवारी, एसआइ घनश्याम रवि, विरेंद्र प्रताप देव एवं बिशुनपुर थाना में प्रतिनियुक्त सैट 172 के जवान शामिल थे.
पहले से थी प्लानिंग
बिशुनपुर थाना के प्रभारी सदानंद सिंह की मानें तो पशु तस्करों की सूचना उन्हें पहले ही मिल गयी थी. सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के कुसमी से पशु तस्कर एक ट्रक में भारी मात्रा में मवेशी ला रहे थे. जिन्हें वे बिशुनपुर मार्ग से लोहरदगा ले जा रहे थे, वहां से सभी मवेशियों को बंगाल भेजने की प्लानिंग थी. इसी सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने सुबह से ही बिशुनपुर थाना, बनारी चौक, जोरी पुलिस पिकेट एवं चोरका खाड़ के समीप नाकेबंदी कर रखी थी. जैसे ही मवेशी लदा ट्रक बनारी पहुंचा. पुलिस ने तय प्लानिंग के अनुसार उन्हें धर दबोचा.