रांची : केंद्र सरकार द्वारा कई कंपनियों और सेक्टरों को निजीकरण में तब्दील करने की ओर कदम बढ़ाने का फैसला किया है। देश में कई शहरों में बिजली कंपनी निजीकरण की ओर बढ़ रही है। इसी तर्ज पर झारखंड के दो शहरों रांची और जमशेदपुर की बिजली भी निजी कंपनियों के हाथ में सौंपी जा रही है। अब बिजली वितरण की संपतियों का आकलन निजी कंपनियों द्वारा किया जा सकेगा।
जानकारी के अनुसार उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली देने के लिए इस व्यवस्था को लागू किया जा रहा है। जिसके तहत बिजली लेने देने सलाहकार निजी हाथों में दी जा रही है। इसके लिए प्रारंभिक चरण पर काम करते हुए आरएफपी यानी प्रस्ताव निवेदन जारी कर दिया गया है। जल्द ही बिजली लेन देन के आकलन का काम निजी कंपनियों के हाथों में चला जाएगा। बता दें कि देश के कई राज्यों में यह व्यवस्था बहुत पहले ही लागू कर दी गई है। लेकिन झारखंड में इस व्यवस्था को लाने में लगभग 10 से 15 साल का समय लग गया। इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य है कि बिजली कंपनियों को घाटे से बचाया जा सके और उपभोक्ताओं को भी बल गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदान की जा सके।