रांची: झारखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्रीय सतकर्ता एजेंसी, ईडी का स्वच्छता अभियान जोरों पर चल रहा है। प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में कई नामचीन आ चुके हैं। पहले झारखंड सरकार की खान सचिव आइएएस पूजा सिंघल गिरफ्तार हुईं, इसके बाद रोज कोई न कोई बड़ी मछली ईडी के हत्थे चढ़ रही है। जिनकी सत्ता शीर्ष तक सीधी पहुंच बताई जाती है। आज ईडी ने इसी क्रम में प्रेम प्रकाश के रांची और बिहार में पांच ठिकाने पर छापेमारी की है। ईडी की टीम प्रेम प्रकाश को खोज कर हरमू स्थित आवास पहुंची, जहां प्रेम प्रकाश से ईडी की टीम पूछताछ करेगी।
ईडी ने प्रेम प्रकाश के कुल पांच ठिकानों पर छापेमारी की है। उनमें तीन ठिकाने रांची में शामिल है और बिहार और बनारस शामिल है। जबकि रांची में अरगोड़ा चौक स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 802, अशोक नगर के फिरालयाल नेक्स्ट के सामने ऑफिस में और हरमू हाउसिंग कॉलोनी स्थित घर शामिल है। ईडी ने वसुंधरा अपार्टमेंट स्थित फ्लैट से कई कागजात और मोबाइल फोन बरामद किया है। इसके बाद ईडी की टीम वसुंधरा अपार्टमेंट से वापस लौट आई।
ईडी के हत्थे चढ़ा प्रेम प्रकाश झारखंड के कद्दावर नेताओं और बड़े नौकरशाहों का बेहद नजदीकी माना जाता है। झारखंड में उसका जबर्दस्त प्रभाव है। यहां चाहे चाहे जिस दल की सरकार हो, प्रेम प्रकाश की तूती बोलती है। आइएएस पूजा सिंघल के पकड़े जाने के बाद गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के निशाने पर रहे प्रेम प्रकाश के बारे में ऐसी बातें सामने आई थीं कि प्रेम भइया लंदन भागने की फिराक में हैं। जबकि चौबे भइया दिल्ली मैनेज करने में जुटे हैं।
भाजपा सांसद निशिकांत दूबे की मानें तो ये वही प्रेम भइया है जिसे झारखंड के खेल का शातिर खिलाड़ी कहा जाता है। ट्रांसफर पोस्टिंग का मास्टरमाइंड… आज एड की कार्रवाई के बाद निशिकांत ने अपने ट्वीट में लिखा- प्रेम प्रकाश के यहां आखिर प्रवर्तन निदेशालय पहुंच गया। प्रेम भइया झारखंड के खेल के शातिर खिलाड़ी हैं, नेता, अधिकारी सब इनके जेब में, अमित भैया के तो सर्वे सर्वा। ट्रांसफर पोस्टिंग बिना इनकी मर्जी के नहीं। आगे का इंतजार….
बताया गया कि प्रेम प्रकाश मिड डे मील के लिए अंडा की सप्लाई किया करते थे। इसके बाद उनकी करीबी कई आईएएस अधिकारियों से हो गई। वर्तमान सरकार में ट्रांसफर पोस्टिंग कराने वाले बड़े चेहरे के तौर पर प्रेम प्रकाश की पहचान थी। प्रेम प्रकाश झारखंड के सत्ता के गलियारे में पीपी के नाम से जाने जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार को ईडी ने रांची में दो बिल्डरों के घर छापेमारी की थी। यह छापेमारी विनायका ग्रुप के मालिक विशाल चौधरी, एक वरीय अधिकारी के रिश्तेदार निशित केसरी के घर और ऑफिस में की गई थी। इस दौरान करोड़ों के लेन-देन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए थे।