टेंडर घोटाला मामले में सीएम हेमंत सोरेन के विद्यायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को ईडी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले मंगलवार की सुबह ईडी कार्यालय में उन्हें उपस्थित होने को कहा गया था. करीब 10.30 बजे वे काफी कांफीडेंस से मुस्कुराते हुए ईडी कार्यालय भी पहुंचे थे.
10 घंटे की सघन पुछताछ बाद ईडी की अधिकारी उन्हें कोर्ट ले गए. हिरासत में होने के बावजूद उनके चेहरे पर किसी प्रकार की चिंता नहीं दिखी, करीब 8.30 बजे वे मुस्कुराते हुए अधिकारियों के साथ कोर्ट जाते भी नजर आए.
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि पंकज मिश्रा बरहेट से जेएमएम प्रतिनिधि हैं. झारखंड की राजनिति में इन्हें कद्दावर नेता कहा जाए तो गलत नहीं होगा. हाल ही में साहेबगंज जिले में हुए ईडी की छापेमारी के बाद वे काफी चर्चा में आए थे. तब से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि कभी भी इनकी गिरफ्तारी ईडी द्वारा की जा सकती है.
आपको बता दें कि यह टेंडर विवाद साल 2020 का है. जिसे शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत द्वारा दर्ज करवाया गया था. उन्होंने एमएलए पंकज मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया था कि पंकज द्वारा टेंडर के नाम पर करोड़ो रुपये की अवैध लेनदेन की गयी है. जिसके बाद ईडी ने छापेमारी भी की और अवैध रुपये और दस्तावेज भी जब्त किए.
दाहू यादव और बच्चा यादव का खुलासा..
यही नहीं पंकज मिश्रा के खास दाहू यादव और बच्चा यादव ने भी ईडी के सामने खुलासा किया है कि उनकी अवैध खनन मामलों में संलिपत्ता थी. पंकज, दाहू और बच्चा यादव के माध्यम से ही काला धन को सफेद करने का काम किया करते थे.