मंगलवार को झारखंड राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण सदन में पेश किया गया| इसके बाद अब कल बुधवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश किया जाएगा। आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में 6.7 फीसद बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है। वहीं, वर्ष 2019-20 में झारखंड के प्रति व्यक्ति आय स्थिर एवं प्रचलित मूल्य पर क्रमशः 57,863 रुपये तथा 79,873 रुपये होने का अनुमान लगाया गया है। पिछले वर्ष की तुलना में इसमें वृद्धि दर्ज की गई है| वर्ष 2019-20 में प्रति व्यक्ति आय में स्थिर मूल्य पर 5.2 फीसद तथा प्रचलित मूल्य पर 9.2 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, कोरोना के कारण देश के बाकी हिस्सों की तरह झारखंड की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हुई है। वहीं, चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में राज्य के जीएसडीपी, स्थिर मूल्य में 6.9 फीसद तथा प्रचलित मूल्य में 3.2 फीसद तक संकुचन की संभावना सर्वेक्षण में बताई गई है। राज्य की अर्थव्यवस्था के तीन प्रमुख क्षेत्रों में तृतीयक क्षेत्र में वर्ष 2019-20 के लिए सबसे अधिक 7.9 फीसद वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। इनमें होटल, रेस्टोरेंट, संचार एवं प्रसारण सेवा, रियल एस्टेट आदि शामिल हैं |
राज्य सकल घरेलू मूल्यवर्धन में 2019-20 में तृतीयक क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ी है, जबकि अन्य में कम हुई है। वहीं ,आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले साल की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में लगभग 29 फीसदी अधिक राजस्व लक्ष्य का अनुमान है साथ ही पूंजीगत प्राप्तियां लगभग 10 फीसदी कम होने का अनुमान है। आपको बता दें कि राज्य का कुल व्यय वर्ष 2014-15 में 40 हजार करोड़ रुपये था जो 2019- 20 में बढ़कर लगभग 70 हजार करोड़ के पार पहुँच गया है | जानकारी के अनुसार ,चालू वित्तीय वर्ष में कुल खर्च लगभग 86 हजार करोड़ रुपये होने का अनुमान बताया गया है।