डीपीएस बोकारो के छात्रों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा से न सिर्फ विद्यालय बल्कि पूरे शहर को गौरवान्वित किया है. इस बार बात सिर्फ गणित, विज्ञान या अंग्रेजी की नहीं है, बल्कि उन्होंने देवभाषा संस्कृत में भी कमाल कर दिखाया है. इंटरनेशनल ओलंपियाड फाउंडेशन (IOF) द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय संस्कृत ओलंपियाड 2024-25 में विद्यालय के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कई उपलब्धियां हासिल की हैं. इस प्रतियोगिता में कक्षा 6 से 10वीं तक के करीब 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिनमें से 112 छात्रों ने पुरस्कार प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया. इनमें से 7 विद्यार्थियों ने इंटरनेशनल टॉपर बनकर शीर्ष स्थान प्राप्त किया है. इन होनहार विद्यार्थियों के नाम हैं – शताक्षी सिंह, अक्षरा सिंह, सृष्टि कनक, ट्यूलिप सौम्या, ऋषिता कुमार, संस्कृति सिंह और कुणाल आनंद. इसके अलावा सात्विक रूपम द्विवेदी ने जोनल टॉपर बनकर सफलता की नई कहानी लिखी.
40 विद्यार्थियों को मिला स्वर्ण पदक:
स्वर्ण पुरस्कार विजेताओं की सूची भी उतनी ही प्रभावशाली रही. जिन विद्यार्थियों को गोल्ड अवार्ड मिला, उनके नाम हैं – समृद्धि प्रिया, आरव बारिक, अदिरा दीप, कुंवर शौर्य, तनुष मार्डी, आराध्या सिंह, अक्षिता आर्या, आरुष कुमार सिन्हा, आशीष, अवनी प्रियदर्शी, आइवी दास, काव्या, प्रज्ञान बनर्जी, ऋध्वि, शारदा नंदिनी, श्रेयस निखिल, स्पर्श सेठी, वंश राज वेद, यशस्वी पार्थ, आयुष कुमार, अभिनव मंडल, अर्पित श्रीकृष्णा, अतुल्य रंजन रॉय, आयुष सिंह, एकलव्य मिश्रा, कुशाग्र राज, ओम प्रकाश पात्रा, पहल लता, पलक प्रिया, ऋषभ राज, ऋषित ओम, रौनक राज, साहिल कुमार यादव, सौमिली मंडल, सृष्टि गोराईं, अक्षत सिंह, अनिमेष आनंद, जय सात्विक मेदिरेड्डी, श्रेयस शेखर और विद्या स्मृति.
44 विद्यार्थियों को रजत पदक:
रजत पुरस्कार जीतने वाले छात्रों में सजग सूर्यांश पांडेय, आद्विक, आद्या सिंह, अभिज्ञान, अभिनव भास्कर, मेघा राज, नौशीन कुरैशी, संस्कृति, सरित चक्रवर्ती, शौर्य शांडिल्य, श्रेयांश नयन, ट्विंकल सिन्हा, वेदांत अग्रवाल, अमित दत्ता, प्रियदर्शिनी रक्षित, त्रिदास रंजन, अभिनव कुमार, अदिति, अंशुली आर्या, अनुष्का, आर्यमन आशीष, अथर्व केडिया, आयुष नारायण, गर्वित श्रीवास्तव, काव्या मिश्रा, मोक्ष नारायण, रमण चतुर्वेदी, श्लोक आनंद, श्रेया मानसी, सिया सिन्हा, उत्तरा सिंह, आस्था सिंह, अक्षन्या सेजल, आर्यना रॉय, आयुष ओम दास, ध्रुव लोधा, दिव्य दर्शिल, मीनाक्षी तनु, रिया कुमारी, रूही, शांभवी सिंह, स्वरा सुशील कोहाडे, उर्षिता सोनी और विष्णु श्री प्रिया शामिल हैं.
20 विद्यार्थियों को कांस्य पदक:
वहीं कांस्य पदक जीतने वालों में भी कई प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के नाम दर्ज हैं. इनमें अभिनव बराल, अर्णव प्रताप राघव, अश्विता पांडेय, चंचल नीत, कृतिकेश कुमार मिश्रा, नमित गर्ग, शान्वी अग्रवाल, शिवांश प्रधान, प्रतीक राज, उत्कर्ष राज, यशस्वी रोशन, अन्वेषा सिंह, आर्यावीर सम्राट, नेत्रांजन राय, पीयूष मल्लिक, श्रेया दीप, निशांत कुमार, सक्षम, सौम्या और सुहाना शर्मा शामिल हैं.
सम्मान समारोह का आयोजन:
मंगलवार को विद्यालय में आयोजित एक स्पेशल एसेंबली के दौरान इन विजेता छात्रों को ट्रॉफी, मेडल, बैज और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने सभी विजेताओं को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. डॉ. गंगवार ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत केवल एक भाषा नहीं, बल्कि समस्त भाषाओं की जननी है. इसकी वैज्ञानिकता आज विश्वभर में स्वीकार की जा रही है. उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जिस प्रकार आपने मेहनत, लगन और समर्पण से यह सफलता हासिल की है, उसी तरह आगे भी अपने प्रयासों से विद्यालय व समाज का नाम रोशन करते रहें.