डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों ने परीक्षाओं के बाद के समय का सदुपयोग करते हुए बैगलेस डेज़ के तहत एक अनोखी उपलब्धि हासिल की. विद्यालय के कंपोजिट स्किल लैब में आयोजित 10 दिवसीय रोबोटिक्स कार्यशाला में विद्यार्थियों ने वैज्ञानिक कुशलता का प्रदर्शन किया और 40 से अधिक रोबोट बनाए. ये रोबोट सामान ढोने, आग बुझाने, गेस्ट स्वागत करने, स्मार्ट लाइट और स्मार्ट डस्टबिन जैसे कार्यों में सहायक हैं.
रोबोटिक्स कार्यशाला में विद्यार्थियों ने दिखाया हुनर
17 से 27 मार्च तक चली इस कार्यशाला में कक्षा 6 से 8 तक के 35 विद्यार्थियों ने भाग लिया. गुरुवार को समापन अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा निर्मित रोबोट्स की प्रदर्शनी लगाई गई. खास बात यह रही कि गेस्ट का स्वागत भी रोबोट ने ही किया. रोबोट हाथ हिलाकर और अभिवादन संदेश देकर आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर रहे थे. इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को सेंसर, माइक्रो कंट्रोलर यूनिट, मोटर ड्राइवर, इनपुट-आउटपुट डिवाइस, कोडिंग, मशीन लैंग्वेज और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की विस्तृत जानकारी दी गई. प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने विभिन्न तरह के रोबोट बनाए, जिनमें प्रमुख हैं:
• लाइन फॉलोअर रोबोट: यह रोबोट काली लाइन को फॉलो करके चलता है और उद्योग एवं मेडिकल क्षेत्र में सामान ढुलाई में उपयोगी है.
• फायर फाइटिंग रोबोट: यह आग बुझाने के कार्य में सहायता करता है.
• वाई-फाई नियंत्रित रोबोट: इसे इंटरनेट कनेक्टिविटी के जरिए दूर से भी ऑपरेट किया जा सकता है.
• ब्लूटूथ नियंत्रित रोबोट: यह मोबाइल के ब्लूटूथ से कनेक्ट होकर सीमित क्षेत्र में संचालित किया जा सकता है.
• मार्स रोवर: यह किसी भी सतह पर चल सकता है और सामान परिवहन में सहायक है.
• हैंड जेस्चर रोबोट: इसे हाथों के इशारों से नियंत्रित किया जा सकता है.
• स्मार्ट स्ट्रीट लाइट: यह प्रकाश की तीव्रता के अनुसार स्वतः जलती-बुझती है.
• स्मार्ट डस्टबिन: अल्ट्रासोनिक सेंसर से लैस यह डस्टबिन बिना हाथ लगाए अपने आप खुलता और बंद होता है.
• रोबो होस्ट: यह गेस्ट का स्वागत करने के लिए उपयोगी है.
• विद्यार्थियों ने अपने-अपने रोबोटिक्स प्रोजेक्ट तैयार किए, जिन्हें आगे और उन्नत किया जाएगा.
अभिभावकों ने सराहा बच्चों का विज्ञान कौशल
प्रदर्शनी में शामिल अभिभावकों ने विद्यालय में कॉलेज स्तर की वैज्ञानिक कुशलता देखकर आश्चर्य व्यक्त किया और विद्यालय के प्रयासों की सराहना की. विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने विद्यार्थियों की प्रतिभा की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा कि डीपीएस बोकारो विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारकर उन्हें उचित मंच प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है. उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में चार छात्र-छात्राओं के आविष्कार इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के लिए चयनित किए गए हैं और एक पूर्व विद्यार्थी के आविष्कार को भारत सरकार से पेटेंट मिला है.
नई शिक्षा नीति के अनुरूप कौशल विकास
प्राचार्य ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत कौशल और गतिविधि-आधारित शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि आज के समय में यह आवश्यक हो गया है. इससे कुशल, आत्मनिर्भर, समृद्ध और विकसित भारत का सपना साकार किया जा सकता है.
बैगलेस डेज़ में बच्चों ने सीखे विविध कौशल
डीपीएस बोकारो की प्राइमरी और सीनियर इकाइयों में बैगलेस डेज़ के तहत कई कौशल विकास गतिविधियों का आयोजन किया गया. रोबोटिक्स के अलावा विद्यार्थियों ने –
पेंटिंग, एनवायरमेंटल आर्ट, विधिक व वित्तीय साक्षरता, उपभोक्ता अधिकार, संचार कौशल, कोडिंग, 3डी प्रिंटिंग, जुंबा डांस, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, शतरंज, संगीत, हस्तशिल्प, जूडो-कराटे, योगाभ्यास, फायरलेस कुकिंग जैसी गतिविधियों में भाग लिया. इन सभी कलाकृतियों और प्रोजेक्ट्स की प्रदर्शनी गुरुवार को आकर्षण का केंद्र बनी.