क्या बालू के खेल में फंस गए एसडीएम रियाज अहमद?

खूंटी: एनजीटी की रोक के बावजूद झारखंड के कई जिलों में बालू का अवैध खनन तेजी से जारी है. इधर, जिले से हाल ही में एसडीएम रियाज अहमद को पद से निलंबित करने का मामला भी सामने आया था. एक रिपोर्ट की माने तो खूंटी में चल रहे बालू खनन का सीधा कनेक्शन आईएस सैयद रियाज अहमद पर पड़े आरोपो से हैं. रिपोर्ट के अनुसार रांची के एक बड़े बिल्डर के रिश्तेदार की खूंटी में तूती बोलती है. यही कारण है कि जब एसडीएम वहां चल रहे अवैध बालू खनन के बीच में आए तो उन्हें रेप के आरोप में जेल भेजने की साजिश रची गई.

सैयद रियाज अहमद को मिली जमानत

गौरतलब है कि सैयद रियाज अहमद पर आईआईटी की एक छात्रा से के साथ रेप की कोशिश के आरोप लगे थे. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. लड़की ने आरोप लगाते हुए कहा है कि रियाज ने उनके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी. हालांकि अभी तक इस मामले की पुष्टि नहीं हो पाई है. जिसके बाद जिला अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम संजय कुमार की अदालत ने उन्हें जमानत दे दी. सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने 41 सीआरपीसी का कंप्लायंस प्रॉपर नहीं होने का हवाला देते हुए उन्हें राहत दे दी.

जारी है बालू का अवैध खनन

आपको बता दें कि पिछले दो साल से राज्य सरकार ने घाटों की निलामी पर रोक लगा रखा है. खूंटी जिले में एक मात्र वैध बालू घाट है जो डोरमा में स्थित है. वहीं, कुछ ऐसे भी घाट है जहां से अवैध रूप से बड़ी मात्रा में बालू खनन जारी है. इनमें प्रमुख तौर पर तोरपा, कनकी, अड़की, मूरहू व कर्रा स्थित बालू घाट शामिल है.