धनबाद शहर में इंसान का अमानवीय चेहरा सामने आया है। एक तरफ जहां सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती वहीं दूसरी तरफ यहां एक नवजात बच्ची का शव मिला है। हीरापुर स्थित बिहारी लाल चौधरी नामक प्रतिष्ठान के सामने एक बंद कार्टन में नवजात बच्ची का शव मिला है। आसपास के लोगों को जैसे ही शव मिलने की सूचना मिली वहां भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। मामले की खबर पाकर धनबाद थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। कार्टन में रखे शव के साथ एक कचड़ा चुनने वाला भी मौजूद था।
बिजली ऑफिस के पास मिला था डिब्बा..
जानकारी के मुताबिक कचड़ा चुनने वाले ने जब डब्बा खोल कर देखा तो उसमें कपड़ा रखा था। कपड़े को हटाने के बाद उसे नवजात का शव मिला। इतने में देखते ही देखते आसपास के लोगों की भीड़ वहां लगनी शुरू हो गई। भीड़ बढ़ने से सड़क पर आवागमन बाधित हो गया। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने ही पुलिस को इस मामले की जानकारी दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कचड़ा चुनने वाले से पूछताछ की। उसने बताया कि वो हीरापुर बिजली ऑफिस के पास कचड़ा चुन रहा था। वहीं उसे वो डब्बा मिला। उसने जब डब्बा उठाया तो वो भारी लगा। इसलिए डब्बे को वो अपने साथ ले आया| बीच रास्ते में जब उसने बिहारी लाल चौधरी प्रतिष्ठान के पास डब्बे को खोला, तो अंदर नवजात का शव देखकर उसके होश उड़ गए। हालांकि, पुलिस कचड़ा चुनने वाले की बातों पर पूरी तरह से यकीन नहीं कर रही है। फिलहाल पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है।
दूसरी तरफ, घटना के बाद नवजात के जायज और नजायज होने को लेकर कयास लगा रहे हैं। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि लड़की होने के कारण उसे फेंक दिया गया होगा। मामले की सच्चाई क्या है फिलाहल अब ये पुलिस ही पता लगा सकती है| लेकिन आज के दौर में जहां सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद करने में लगी है वहां इस तरह से नवजात लड़की के शव का मिलना सरकारी तंत्रों पर तमाचे से कम नहीं है|